फर्स्ट बिहार, फर्स्ट बिहारी के नारों की सार्थकता पूर्ण कर पाएंगे चिराग पासवान।
फर्स्ट बिहार, फर्स्ट बिहारी के नारों की सार्थकता पूर्ण कर पाएंगे चिराग पासवान।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।
वैशाली (हाजीपुर )प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गठित तीसरे कार्यकाल में हाजीपुर के नवनिर्वाचित सांसद लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सुप्रीमो चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री का दायित्व दिया गया। जिससे हाजीपुर ही नहीं ,पूरे बिहार में जश्न का माहौल बना हुआ है ।एनडीए घटक दल के सभी दल के नेताओं द्वारा बधाइयां दी जा रही है। पूरे बिहारवासी चिराग पासवान से अधिक अपेक्षा लगाए बैठे हैं। चुकी इनके पिता स्व. रामविलास पासवान ने अपने कार्यकाल में जिस विभाग के मंत्री बने, उनसे बिहारवासी , खासकर हाजीपुर वासी को विशेष लाभ मिला था। वैसे स्थिति में क्या चिराग पासवान अपने फर्स्ट बिहार, फर्स्ट बिहारी के नारों की सार्थकता को पूर्ण कर पाएंगे। एनडीए की सरकार जिसमें एक हिस्सेदार लोक जनशक्ति पार्टी भी है । जिनके पास पांच सांसद है और चिराग पासवान सबसे तेज तराक युवा तुर्क नेता हैं। इनसे बिहार के नौजवान विशेष उम्मीद लगाए बैठे हैं ।चुनाव से पूर्व अपने दिए गए बयान के अनुसार उन्होंने पलायन रोकने, रोजगार का सृजन करने ,बिहार के पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को उनके शहरों में ही कोटा जैसी कंपटीशन की तैयारी की सुविधा प्राप्त कराने जैसी घोषणा को पूरा कर पाएंगे।। उन्होंने कहा था कि हमारे बिहार के कंपटीशन की तैयारी करने वाले छात्र को अगर कोटा जैसी सुविधा हाजीपुर, पटना मुजफ्फरपुर शहरों में दिला दी जाए तो वे कम खर्च पर सिविल सर्विसेस को परीक्षा की तैयारी पूर्ण कर सकेंगे ।बिहार के उत्पादित वस्तुओं में हाजीपुर के केला के संबंध में कहा था कि दूसरे जगह चिप्स तैयार होते हैं,तो क्यों नहीं हाजीपुर में ही उसके फैक्ट्री लगाया जाए। यहां के आम से बाहर में मैंगो फ्रूटी तैयार की जाती है तो फिर यहां क्यों नहीं उसकी फैक्ट्री लगाई जाए ।अब उन्हें कुछ करके दिखलाने का वक्त आ गया है। उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष कृपा बनी हुई है, इसलिए बिहारवासी विशेष अपेक्षा लगाए बैठे है। चिराग पासवान बिहार तथा बिहारी को कितने आगे की ओर ले जाते हैं या फिर उनकी घोषणा सिर्फ घोषणा बनकर रह जाएगी।