April 1, 2022

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बधाई देने वालों का लगा ताता, मैट्रिक में अच्छे अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं के चेहरे खिले,

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बधाई देने वालों का लगा ताता, मैट्रिक में अच्छे अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं के चेहरे खिले, घर में खुशी का माहौल
महुआ, एक संवाददाता। गुरुवार को मैट्रिक का रिजल्ट आते ही अच्छे अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं के घर में खुशी छा गई और शाम में दीप जलाए गए। इस बार यहां मैट्रिक में काफी छात्र छात्राओं ने 400 से अधिक अंक लाकर घर परिवार के साथ स्कूल और महुआ का नाम रोशन किया है।
वैशाली विद्यालय महुआ के और कन्हौली निवासी कांग्रेस नेता अशोक जायसवाल के पुत्र ऋतुराज ने मैट्रिक में अच्छा अंक लाकर स्कूल का नाम रोशन किया है। वही महुआ अनुमंडल के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय यशपरहा की अंशु रानी ने मैट्रिक परीक्षा में 468 अंक लाकर स्कूल ही नहीं जिला का नाम रोशन की है। अंशु को गणित में 97, सामाजिक विज्ञान में 92, विज्ञान में 96, संस्कृत में 94, हिंदी में 89 अंक प्राप्त हुए हैं। पिताजी मुकेश राय बाहर में रहकर मजदूरी करते हैं। माता फुलगम देवी गृहिणी है। उच्च विद्यालय प्रेमराज के मणिराज को 438, सुमित को 435, लाडली कुमारी को 433, मोहम्मद सद्दाम को 410, इधर अंजली राय 440, शिवम कुमार 410 अंक लाकर स्कूल का मान बढ़ाया है। संत कबीर हाईस्कूल नीलकंठपुर के छात्र छात्राओं ने भी मैट्रिक की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रभारी प्राचार्य अजीत कुमार पप्पू ने बताया कि छात्र छात्राओं ने अच्छा अंक लाकर स्कूल का मान बढ़ाया है। उधर युगल सिंह उच्च विद्यालय हरपुर बेलवा, हाईस्कूल सिंघाड़ा, कर्णपुरा, प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय महुआ के विद्यार्थियों ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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