आंगनवाड़ी के लिए विजेता बनी सेविका तो पूनम बनी
1 min readआंगनवाड़ी के लिए विजेता बनी सेविका तो पूनम बनी सहायिका । रिपोर्ट सुधीर मालाकार। महुआ (वैशाली) प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों चल रहे विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों पर सेविका और सहायिका के चयन में जहां शोर शराबा ,मारपीट की नौबत तक देखी गई है, वहीं पर समसपुरा पंचायत के वार्ड संख्या पांच में सेविका और सहायिका के पद पर सर्वसम्मति से चयन किया गया। बताते चलें कि प्रखंड क्षेत्र के समसपुरा पंचायत के वार्ड संख्या पांच में सेविका पद के लिए 6 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था, वही सहायिका के लिए पांच । कागजातों की जांच उपरांत शनिवार के 10:00 बजे वार्ड सभा का आयोजन फुलवारी स्थित ब्रह्म स्थान पर किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में वार्ड संख्या पांच की स्त्री पुरुष मतदाता उपस्थित हुए। चयन प्रक्रिया को पूर्ण करने आई महिला पर्यवेक्षिका कृतिका कुमारी आरक्षण कोटी को समझाते हुए कहा कि यह पद अति पिछड़ा के लिए आरक्षित है अति पिछड़ा में आने वाले जातियों से सर्वश्रेष्ठ अंक मेघा अंक वाले अभ्यर्थी का चयन होगा । वर्णित नियमानुसार विजेता देवी पति दयाल शरन मालाकार का सर्वश्रेष्ठ मेघा सूची में अंक के आधार पर उनका चयन सर्वसम्मति से किया गया। वही सहायिका के लिए पांच अभ्यर्थियों में पूनम कुमारी पति राजकुमार पंडित सर्व सम्मति सहायिका का चयन किया गया। वार्ड सभा में बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुष उपस्थित होकर शांति तरीके से चयन होने पर प्रसन्नता जाहिर की। वार्ड सभा की अध्यक्षता वार्ड सदस्य सह अध्यक्ष अनीता देवी, पंच उपाध्यक्ष सत्यवती देवी की उपस्थिति में सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित होकर चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता पर खुशी जाहिर की । चयनित उम्मीदवारों को स्थानीय लोगों ने बधाई दी। बधाई देने वालों में पैक्स अध्यक्ष अजब लाल राय, समाजसेवी सुधीर मालाकार, अजय राम, अरविंद कुमार ,कुंदन कुमार, जगदीश राम ,नरेश राम, सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे। वहीं दूसरी तरफ इसी ग्राम पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या दो में आयोजित वार्ड सभा बिना नतीजे के ही स्थगित कर देनी पड़ी।। दो अभ्यर्थियों के बीच सर्टिफिकेट को लेकर आपत्ति दर्ज की गई ,जिसे देखते हुए अगले 1 सप्ताह तक वार्ड सभा की कार्रवाई को स्थगित कर दी गई। इस प्रकार पंचायत के वार्ड संख्या पांच में जहां शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुए वहीं वार्ड संख्या 2 शोर-शराबा के कारण स्थगित करनी पड़ी। ।