April 4, 2021

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पैगंबर-ए-आज़म के गुस्ताख नरसिंहानंद के ख़िलाफ गोरखनाथ, तिवारीपुर, रामगढ़ताल थाने में दी गई तहरीर। गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। इस्लाम धर्म व पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ मुसलमानों में बहुत आक्रोश है। यति नरसिंहानंद सरस्वती पर मुकदमा दर्ज कर जल्द गिरफ्तारी के लिए मुस्लिम समुदाय ने गोरखनाथ थाना में तहरीर दी। मुस्लिम समुदाय के लोग तिवारीपुर व रामगढ़ताल थाना में भी पहुंचे। मौलाना जहांगीर अहमद अज़ीज़ी ने कहा कि पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व दीन-ए-इस्लाम की तौहीन व गुस्ताखी नाकाबिले बर्दाश्त है। हिन्दुस्तान का संविधान किसी भी धर्म के मजहबी पेशवा व किताब की तौहीन करने की इजाजत नहीं देता है। इसके बावजूद 1 अप्रैल 2021 को शिवशाक्ति धाम डासना के अधिष्ठाता यति नरसिंहानंद सरस्वती ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व इस्लाम के बारे में घोर अपशब्द कहा है। नरसिंहानंद का गैर जिम्मेदाराना बयान दो समुदाय में नफ़रत फैलाने वाला है। नरसिंहानंद ने भारतीय गंगा जमुनी तहजीब पर हमला किया है। बयान नरसिंहानंद के फेसबुक एकाउंट पर देखा जा सकता है।विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। नरसिंहानंद ने दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। मुसलमानों में बहुत आक्रोश है। नरसिंहानंद ने मुल्क के अमनो अमान को भंग करने की कोशिश की है। नरसिंहानंद ने हिन्दुस्तान के संविधान की खिलाफ़वर्जी करके हिन्दू मुसलमान में दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की है। नरसिंहानंद पर मुकदमा दर्ज कर फौरन गिरफ्तार किया जाए। उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। हाफ़िज रज़ी अहमद बरकाती ने कहा कि आये दिन दीन-ए-इस्लाम की मुकद्दस हस्तियों पैगंबर-ए-आज़म, क़ुरआन-ए-पाक, खुलफा-ए-राशिदीन, सहाबा, अहले बैत व औलिया किराम की शान में गुस्ताखी की जा रही है। जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी मजहब की मुकद्दस हस्तियों व किताबों की बेहुरमती करने का किसी को हक नहीं है। तहरीर सौंपने वालों में मौलाना इमरान, हाफ़िज़ आरिफ, हाफ़िज आफताब, हाफ़िज़ रहमत अली, नदीम अहमद, मौलाना इसहाक, कारी मो. अनस रज़वी, माहताब आलम, हाफ़िज़ असलम बरकाती, मोहसिन खान, मौलाना सफ़र, सलाहुद्दीन, आज़ाद, सद्दाम हुसैन, अब्दुल कादिर, शहजादे खान, यासीन खान, पार्षद इरशाद अहमद, तनवीर आलम, परवेज़ आलम, हाजी बदरुल हसन, मो. शाहिद, हाफ़िज़ महमूद रज़ा, मोहसिन खान ‘गोल्डी, अशफाक हुसैन मेकरानी, आफताब अहमद, हाजी मोनू, तबरेज़ सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।

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पैगंबर-ए-आज़म के गुस्ताख नरसिंहानंद के ख़िलाफ गोरखनाथ, तिवारीपुर, रामगढ़ताल थाने में दी गई तहरीर।

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

इस्लाम धर्म व पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद सरस्वती के ख़िलाफ मुसलमानों में बहुत आक्रोश है। यति नरसिंहानंद सरस्वती पर मुकदमा दर्ज कर जल्द गिरफ्तारी के लिए मुस्लिम समुदाय ने गोरखनाथ थाना में तहरीर दी। मुस्लिम समुदाय के लोग तिवारीपुर व रामगढ़ताल थाना में भी पहुंचे।
मौलाना जहांगीर अहमद अज़ीज़ी ने कहा कि पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व दीन-ए-इस्लाम की तौहीन व गुस्ताखी नाकाबिले बर्दाश्त है। हिन्दुस्तान का संविधान किसी भी धर्म के मजहबी पेशवा व किताब की तौहीन करने की इजाजत नहीं देता है। इसके बावजूद 1 अप्रैल 2021 को शिवशाक्ति धाम डासना के अधिष्ठाता यति नरसिंहानंद सरस्वती ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व इस्लाम के बारे में घोर अपशब्द कहा है। नरसिंहानंद का गैर जिम्मेदाराना बयान दो समुदाय में नफ़रत फैलाने वाला है। नरसिंहानंद ने भारतीय गंगा जमुनी तहजीब पर हमला किया है। बयान नरसिंहानंद के फेसबुक एकाउंट पर देखा जा सकता है।विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। नरसिंहानंद ने दुनियाभर के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। मुसलमानों में बहुत आक्रोश है। नरसिंहानंद ने मुल्क के अमनो अमान को भंग करने की कोशिश की है। नरसिंहानंद ने हिन्दुस्तान के संविधान की खिलाफ़वर्जी करके हिन्दू मुसलमान में दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की है। नरसिंहानंद पर मुकदमा दर्ज कर फौरन गिरफ्तार किया जाए। उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
हाफ़िज रज़ी अहमद बरकाती ने कहा कि आये दिन दीन-ए-इस्लाम की मुकद्दस हस्तियों पैगंबर-ए-आज़म, क़ुरआन-ए-पाक, खुलफा-ए-राशिदीन, सहाबा, अहले बैत व औलिया किराम की शान में गुस्ताखी की जा रही है। जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी मजहब की मुकद्दस हस्तियों व किताबों की बेहुरमती करने का किसी को हक नहीं है।
तहरीर सौंपने वालों में मौलाना इमरान, हाफ़िज़ आरिफ, हाफ़िज आफताब, हाफ़िज़ रहमत अली, नदीम अहमद, मौलाना इसहाक, कारी मो. अनस रज़वी, माहताब आलम, हाफ़िज़ असलम बरकाती, मोहसिन खान, मौलाना सफ़र, सलाहुद्दीन, आज़ाद, सद्दाम हुसैन, अब्दुल कादिर, शहजादे खान, यासीन खान, पार्षद इरशाद अहमद, तनवीर आलम, परवेज़ आलम, हाजी बदरुल हसन, मो. शाहिद, हाफ़िज़ महमूद रज़ा, मोहसिन खान ‘गोल्डी, अशफाक हुसैन मेकरानी, आफताब अहमद, हाजी मोनू, तबरेज़ सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।

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