April 29, 2022

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सिंघाड़ा के भरतपुर पहुंचे विधायक लोगों से की शांति की अपील

सिंघाड़ा के भरतपुर पहुंचे विधायक लोगों से की शांति की अपील
महुआ, नवनीत कुमार
महुआ प्रखंड की सिंघाड़ा दक्षिणी पंचायत अंतर्गत भरतपुर में प्रेम प्रसंग में एक युवक की हुई संदिग्ध मौत में से उबले लोगों को शांति का पैगाम देने स्थानीय विधायक डॉ मुकेश रौशन पहुंचे। उन्होंने लोगों से मिलकर बात की और उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने लोगों से समाज में आपसी प्रेम, एकता और सहिष्णुता बनाए रखने की अपील की।
गांव में प्रेम प्रसंग को लेकर एक युवक की संदिग्ध मौत हो गई थी। लोगों का आरोप था कि युवक को प्रेमिका पक्ष की ओर से हत्या कर दी गई और शव को बाया नदी किनारे पेड़ पर टांग दिया गया। इसको लेकर यहां बीते बुधवार को जोरदार बवाल हुआ था। यहां तक कि पुलिस पर पथराव की गई थी। जिसमें आधा दर्जन पुलिस कर्मी चोटिल भी हुए थे। हालांकि यहां भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और मामला को शांत किया गया। घटना के दूसरे दिन गुरुवार को गांव में पुलिस कैंप कर रही थी। यहां अब शांति व्यवस्था कायम है। विधायक डॉ मुकेश रोशन ने बताया कि यहां हुए मामले की सही ढंग से जांच करने के लिए एसपी से कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यहां के मामले को एसपी मनीष अपने ढंग से जांच करवा रहे हैं। लोगों को न्याय मिलेगा। उन्होंने लोगों से प्रशासन पर विश्वास रखने और उसे सहयोग करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि यहां आपसी विवाद हो गया था। अब इसे प्रेम में परिणत करना है। लोगों में शांति कायम हो रही है। उनके साथ काफी संख्या में कार्यकर्ता भी थे।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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