ट्राफिक यातायात उपाधीक्षक अनिल कुमार सिंह यातायात 2 सूत्रों के अनुसार लगातार दस सालों से जमे बैठे है पटना के ट्रैफिक में। कही आला अधिकारी की मिली भगत तो नही।
अंगद के पेड़ की तरह कई वर्षों से जमे हुए हैं,पटना यातायात संचालन के मुंसी मुन्ना मुंसी सहित
ट्राफिक यातायात उपाधीक्षक अनिल कुमार सिंह यातायात 2 सूत्रों के अनुसार लगातार दस सालों से जमे बैठे है पटना के ट्रैफिक में। कही आला अधिकारी की मिली भगत तो नही।
सूत्रों के अनुसार तीन वर्षों से अधिक एक स्थान पर पदस्थ न रहने का है नियम
ट्रैफिक थाना एवं पटना के कई ऐसे थाने है जो अधिकारी और सिपाही अंगद के पेड़ की तरह कई वर्षों से जमे हुए हैं। पुलिस नियमावली के तहत किसी भी थाने में कोई भी सिपाही व अधिकारी तीन वर्षों से अधिक नहीं रह सकते।
पटना:ट्राफिक यातायात उपाधीक्षक अनिल कुमार सिंह यातायात 2 सूत्रों के अनुसार लगातार दस सालों से जमे बैठे है पटना के ट्रैफिक में आखिर क्या है माजरा श्री उपाधीक्षक अनिल कुमार सिंह यातायात 2 सार्जेंट मेजर के पद पर दो साल,तीन बार
उपाधीक्षक यातायात 2 सह सार्जेंट मेजर के पद दो से तीन माह के लिए एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरण करा लिया जाता है या फिर कर दिया जाता है। उसके बाद पुनः फिर पटना के
ट्रैफिक उपाधीक्षक यातायात 2 के पद पर कार्य भार संभाल लेते है। ये करीब लगभग दस सालों से ऐसा होतो आ रहा है। क्या बिहार के कोई भी जिला में ऐसा प्रबधान है कि कोई भी अधिकारी एक ही जगह एक ही पोस्ट पर तबादला के बाद कार्यभार संभाल सकते है कोई और विभाग में तबादला हो सकता है यह नही आखिर ट्राफिक में ही क्यों?आला अधिकारियों का ध्यान अब तक इन पर क्यों नही।
लेकिन पटना सहित विभिन्न थानों एबं यातायात में कई सिपाही एबं अधिकारी कई वर्षों से जमे हुए हैं। हाल ही में जारी हुई तबादला सूची से भी उक्त पुलिस वाले बच निकले हैं। कई बार तबादला सूची बनी जिसमें कथित सैटिंगबाजी से उक्त सिपाही एबं अधिकारी बचे चले आ रहे हंै, जबकि जिन सिपाहियों एबं अधिकारियो का तबादला हुआ वे भी जुगाड़ बैठाकर आसपास के थानों यह यातायात ट्रैफिक पोस्ट में पदस्थापना ले लेते है।