भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों में उत्साह चरम पर
1 min readभाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों में उत्साह चरम पर
होटलों में रक्षाबंधन को लेकर बनाई गई है एक से एक मिठाइयां
आज दिन भर भद्रा होने के कारण कल बनेगा रक्षा बंधन का त्यौहार
महुआ। रेणु सिंह
भाई-बहन की अटूट प्यार और स्नेह से जुड़ा त्यौहार रक्षाबंधन को लेकर बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है। इस समय राखी की खरीदारी के लिए बहनों की भीड़ बाजार में उमड़ रही है। जिससे बाजार गुलजार हो रहा है। बहने अपने अनुसार राखियो की खरीदारी कर रही है। महंगाई के बावजूद पर्व को लेकर उनमें उत्साह और उमंग चरम पर है। इधर भाई को रक्षा सूत्र बांधने के लिए बहने ससुराल से मायके पहुंच रही हैं।
मंगलवार को महुआ बाजार में राखी की खरीदारी को लेकर बहनों की भीड़ रही। यहां विभिन्न जगहों पर राखी की दुकाने दुकानदारों ने सजा रखी है। जहां पर बहने इसकी खरीदारी कर रही है। दुकानों में एक से बढ़कर एक आकर्षक राखियां मंगाई गई है। दुकानदारों के अनुसार यहां 5 रुपए से लेकर एक सौ रुपए तक की राखी मौजूद है। जिसे बहने अपने बजट के अनुसार खरीदारी कर रही है। इलाका ग्रामीण होने के कारण खासकर 5 से लेकर 20 रुपए तक की राखियां यहां अधिक बिक रही है। हालांकि महंगाई पर भाई के प्रति बहनों का प्यार और स्नेह भारी पड़ रहा है। वह अपने भाई के कलाई पर आकर्षक राखियां बांधने के लिए बजट को बढाने से मुंह नहीं मोड रही है। बाजार में राखी की खरीदार रही बहनों ने बताया कि भाई के प्रति स्नेह और प्यार लूटाने का यह त्यौहार वर्ष में एक बार आता है। यह अटूट प्रेम का त्यौहार अपने भाई के प्रति समर्पित करना चाहती हैं। वे अपने भाई के कलाई पर आकर्षक राखियां बांधकर उनकी बलाएं लेंगी। गीत भी गूंज रहे हैं, ना जाने कब विछड़ जाए भाई बहेना राखी बंधवा ले मेरे मीत बंधवा ले रे चंदा—
होटल संचालक द्वारा एक से एक बनाई गई है मिठाइयां:
रक्षाबंधन को लेकर होटल दुकानदारों द्वारा एक से एक मिठाइयां बनाई गई है। इस बार बहने अपने भाई को स्वादिष्ट और लजीज मिठाई खिलाकर रक्षा सूत्र बांधेगी। बहने महंगाई के बावजूद भाई को लजीज मिठाई खिलाकर उनका मुंह हमेशा के लिए मिठास से भरेंगी। इधर होटल संचालकों ने बताया कि वह एक से एक स्पंज, रसगुल्ला, काजू बर्फी, काजू पिस्ता मिठाई, क्रीम मिठाई, बरफी, खोआ का पेड़ा आदि बनाए हैं। वे विभिन्न प्रकार की मिठाईयां से दुकानों को सजा रखी है। बहनों द्वारा मिठाइयां की खरीदारी जमकर की जा रही है।
आज दिन भर भद्रा के कारण कल बहने भाई को बांधेगी रक्षा सूत्र:
इस बार बहनों को भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने के लिए एक दिन इंतजार करना पड़ेगा। 30 अगस्त बुधवार को दिन 10:40 के बाद पूर्णिमा शुरू होने के साथ ही भद्रा होगी, जो रात 9:22 तक रहेगी। इसके कारण वह रक्षा सूत्र रात 9:22 के बाद ही बांध सकेंगी। हालांकि आचार्य नंदकिशोर झा बताते हैं कि मिथिला पंचांग के अनुसार रात और भद्रा में रक्षाबंधन करना शुभ नहीं होता है। जिसके कारण 31 अगस्त गुरुवार को सूर्योदय से लेकर सुबह 7:52 तक पूर्णिमा में रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त होगा। आचार्य ने यह भी बताया कि 31 अगस्त को पूर्णिमा में सूरज का उदय होने के अस्त भी पूर्णिमा का माना जाता है। इस कारण गुरुवार को रक्षा बंधन दिनभर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि भद्रा में रक्षाबंधन और होलिका दहन करना निषेध माना गया है।