प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महान् पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।
1 min readप्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महान् पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।
इस अवसर पर श्री कृष्ण की बहुत सुंदर चैतन्य झांकी बनाई गई, साथ-साथ श्री कृष्ण प्रश्नमंच का भी आयोजन किया गया।
झांकी का अनावरण महापौर अनीता राम एवं उद्योगपति रामगोपाल सुरेका ने सामूहिक रूप से किया। श्री कृष्ण की महाआरती में सविता बहन, चंद्रलेखा सुरेका बहन, सतीश भाई, कृष्ण भाई मुख्य रूप से सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर अनीता राम ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ सभी को श्रेष्ठ ज्ञान देने का कर्तव्य कर रही है। यहां आकर बहुत खुशी होती है। आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भी इतनी सुंदर झांकी बनाई गई, इससे मन हर्षाया और साथ-साथ इसका सुंदर संदेश भी सभी को सुनाया गया। मेरी शुभकामना है कि सदा ही यह ईश्वरीय विश्व विद्यालय परिवार ऐसे श्रेष्ठ कार्य करता रहे और समाज को जागरूक करता रहे और उनके जीवन में आनंद और खुशी को घोलता रहे।
कृष्ण भाई ने कहा इस संसार नाटक का नाम श्याम-सुंदर है। श्री कृष्ण की आत्मा सतयुग में सतोप्रधान, सर्वगुण संपन्न, 16 कला संपूर्ण, संपूर्ण निर्विकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम, डबल अहिंसक थी। फिर वह आत्मा सतयुग, त्रेता, द्वापर, कलियुग में पूरे 84 जन्म का चक्कर लगाकर तमोप्रधान अर्थात् सुंदर से श्याम बन जाती है। फिर कलियुग के अंत में सत्यम् शिवम् सुंदरम् निराकार परमात्मा शिव उन्हीं के 84 वें अंतिम जन्म में उनके तन में प्रवेश कर प्रजापिता ब्रह्मा नामकरण दे सच्चा गीता ज्ञान देते हैं। इस ज्ञान को धारण कर वह आत्मा श्याम से सुंदर बनती है, जिसका यादगार उन्हें नाग पर डांस करता हुआ दिखाया गया है अर्थात् पांच विकारों रूपी नाग पर उन्होंने विजय प्राप्त की और फिर से श्री कृष्ण पद को पाया।
श्री कृष्ण प्रश्न मंच में लगभग 250 लोगों ने हिस्सा लिया जिसमें 92 अंक लाकर प्रथम पुरस्कार सविता बहन ने प्राप्त किया, द्वितीय पुरस्कार 88 अंक लेकर पूजा बहन, मंजू अग्रवाल, सोनी प्रिया बहन, कन्हैया भाई ने और तृतीय पुरस्कार 84 अंक लेकर वरुण भाई, सोनिका बहन, रंजना बहन, कोमल बहन और मंजू दुआ ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम के अंत में श्री कृष्ण के साथ रस भी रचाई गई एवं सबका मुख मीठा कराया गया।