उड़ीसा हाई कोट द्वारा निर्दोष होने पर रिहा होकर घर लौटने पर व्यास बलिंदर बैरागी का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत।रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।हाजीपुर (वैशाली ) जिले के राघोपुर प्रखंड अंतर्गत पहाड़पुर नवदुर्गा पहाड़पुर वाली मैया के संस्थापक, जाने-माने प्रसिद्ध भोजपुरी लोक गायक बलिंदर बैरागी की घर वापसी पर ग्रामीणों ने गाजे-बाजे के साथ हजारों की संख्या में भव्य स्वागत किया। बताते चलें कि व्यास बलिंदर बैरागी बिहार के गिने चुनें भोजपुरी लोक गायकों में अपना स्थान रखने वाले प्रसिद्ध व्यास है। जिन्होंने 90 के दशक से आज तक अपनी भोजपुरी अंदाज लोक गायकी के बल पर जिले ही नहीं, प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों में अपना नाम का डंका बजाया है। जानेमन भोजपुरी व्यास तपेश्वर चौहान, बिजेंदर गिरी, गौतम तूफान, सुदर्शन यादव, वकील साहनी, सहित दर्जनों व्यास के साथ दुगोला कार्यक्रमों में अपना परचम लहराया है।बी सीरीज कैसेट के माध्यम से मां भगवती के कई भजनों का एल्बम के द्वारा भी उन्हें प्रसिद्धि मिली ।इन्होंने राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के पहाड़पुर ग्राम में नवदुर्गा पहाड़पुर वाली मैया की स्थापना कर देवी मां के उपासको के लिए पूजा अर्चना का द्वार खोल कर रख दिया है। दुर्भाग्यवश पिछले 3 वर्ष पूर्व श्री बैरागी एक फर्जी मुकदमे के सिलसिले में उड़ीसा जेल में बंद थे ।उड़ीसा सिविल कोर्ट, हाईकोर्ट, यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इनकी अर्जी खारिज कर दी थी। पुनः रिट याचिका दायर कर करने पर उड़ीसा हाई कोर्ट के माननीय न्यायाधीश ने इनकी बातों को बारीकी से समझा और निर्दोष घोषित करते हुए बाइज्जत रिहा किया । 24 फरवरी को उड़ीसा कोर्ट द्वारा रिहा होने के बाद जब अपने गांव गंगा के बीच गोद में बसा पहाड़पुर पहुंचे तो ग्रामीणों ने हजारों की संख्या में गाजे-बाजे के साथ गंगा की तट पर स्वागत किया ।जय जय कारे की नारों से चारों तरफ से गुंजायमान था। बच्चे ,युवा , बूढ़े, औरत ,मर्द सबके आंखों में खुशी की झलक स्पष्ट दिखाई दे रही थी। सबके जुबान पर यही बात था ,भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। सत्य थोड़े समय के लिए लड़खड़ा सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता है, यह चरितार्थ साबित करते हुए जब वे गंगा के तट पर पीपा पुल के माध्यम से गांव में पहुंचे उनकी एक झलक पाने के लिए लोग और भाव विह्वल पंजीबद्ध होकर खड़े थे ।चारों तरफ खुशी ही खुशी थी ।लोगों ने फूल मालाओं ,रंग गुलाल से उनका स्वागत किया ।बताते चलें शाम में उनके सम्मान में सभी संगीत कलाकारों द्वारा भव्य संगीत महफिल का आयोजन किया गया है, जहां पर प्रसिद्ध गायकों द्वारा उनके स्वागत में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के जाने-माने सामाजिक, राजनीतिक एवं संगीत से जुड़े हुए लोगों का जमावड़ा हो रहा है। सभी के चेहरे पर खुशी व प्रसन्नता झलक रही है ।आखिर क्यों न खुशी हो, जिसने समाज को संगीत की दुनिया में रोते हुए व्यक्ति को भी हंसाया तथा दुख दर्द में लोगों की पीड़ा बाटा, वैसे महापुरुष के आगमन पर निश्चित ही लोगों की मन में खुशी होगी।