April 29, 2022

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मैथिली महिला गायक द्वारा झांकी पूर्वक प्रस्तुत किया गया राम विवाहउत्सव

मैथिली महिला गायक द्वारा झांकी पूर्वक प्रस्तुत किया गया राम विवाहउत्सव
महुआ, नवनीतकुमार
महुआ के गौसपुर चकमाजाहिद पंचायत अंतर्गत गद्दोपुर स्थित केशवानंद स्वामी के समाधि स्थल पर अष्टयाम यज्ञ के समापन पर बीती रात भव्य विवाह कीर्तन का आयोजन किया गया। यहां मैथिली गायक द्वारा जब विवाह कीर्तन को झांकी पूर्वक प्रस्तुत किया गया तो उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ इतनी हुई कि स्थल छोटा पड़ गया। गायक द्वारा भगवान राम के जन्म से लेकर सीता वन गमन तक भावपूर्ण तरीके से दिखाया गया।
राम जन्म को संगीतमय रूप में जब पेश किया गया तो श्रद्धालु उमड़ पड़े। यहां महिला श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो गई। मैथिली महिला गायक ने भगवान राम के जीवन चरित्र को झांकी पूर्वक संगीतमय रूप में उभारा। राम वन गमन के साथ सीता स्वयंवर और जनक नंदिनी की विदाई को इस कदर भावपूर्ण रूप में उभारा गया कि उपस्थित श्रद्धालु आंख पोछने को विवश हो गए। महिलाएं तो इस कार्यक्रम को देखकर रो पड़ी। मालूम हो कि यहां केशवानंद स्वामी की समाधि स्थल पर सलाना अष्टयाम यज्ञ के साथ विवाह कीर्तन का आयोजन किया जाता है। लोगों का मानना है कि यहां जो भी भक्त सच्चे दिल से कुछ मांगते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है। केशवानंद स्वामी यहां लोगों की रक्षा करते हैं। उनकी कृपा से गांव और आसपास के लोगों में खुशहाली आती है। इस कार्यक्रम में यज्ञ कमेटी अध्यक्ष गोपाल कुंवर, उपाध्यक्ष महेश सिंह, सचिव पुनेश्वर सिंह, कोषाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार, ओमप्रकाश सिंह, दीपक सिंह माया, महंथ सच्चिदानंद सिंह, पुजारी उमेश कुमार, अभय मिश्रा, पशुपतिनाथ मिश्रा, रणविजय सिंह उर्फ गब्बर, अमित सिंह, विवेका सिंह, शिक्षक शंकर कुमार, जगमोहन सिंह, विश्वजीत सिंह उर्फ मुन्ना, वशिष्ठ सिंह, विक्की सिंह, समाजसेवी राजेश कुमार सिंह, मुखिया पति अजय भूषण दिवाकर, अशोक यादव, पूर्व सरपंच श्रवन राय, शिक्षक सुमन कुमार, जितेंद्र सिंह, दिनेश मिश्रा, मिथिलेश सिंह, मोहन कुमार, सोनू सिंह, गुड्डू सिंह, बच्चा बाबू, मुकेश कुमार, परमात्मा सिंह, समोद कुमार, युवा समाजसेवी राजकमल, फूदन मिश्रा, अभिषेक सिंह, गुलशन कुमार, सावन कुमार, प्रिंस मिश्रा, गौरव मिश्रा, विशु कुमार, मुकेश ठाकुर, लोजपा नेता टुन्नी पासवान, कुणाल सिंह ,मुन्ना सिंह आदि लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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