सामाजिक क्रांति के महानायिका,भारत के प्रथम शिक्षिका राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की ,124 वी पुण्यस्मृति कार्यक्रम आयोजित। रिपोर्ट अमरेश कुमार । वैशाली जिला अन्तर्गत राजापाकर प्रखंड क्षेत्र गौसपुर बरियारपुर पंचायत के अहियाई गांव में सामाजिक क्रांति के महानायिका,भारत के प्रथम शिक्षिका राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की ,124 वी पुण्यस्मृति कार्यक्रम युवा समाजसेवी अजय मालाकार के नेतृत्व में आयोजित की गई। उपस्थित शिक्षाविद,समाजसेवी, बुद्धिजीवियों लोगों ने माता सावित्रीबाई फुले के जीवनी पर प्रकाश डाला। मौके पर उपस्थित लोगों ने सर्वप्रथम शिक्षा के जन्मदाता माता सावित्रीबाई फुले के तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अजय मालाकार ने कहा कि नारी शिक्षा के जनक, माता सावित्रीबाई फुले ने अपना पूरा जीवन नारी उत्थान,दलित, शोषित एवं वंचितो के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया और उन्होंने 1848 में प्रथम महिला विद्यालय की स्थापना की। अगर किसी भी क्षेत्र में महिलाओं आगे बढ़ रही है उनकी देन माता सावित्रीबाई फुले है,उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाना सच्ची श्रद्धांजलि होगी।मौके पर सभी उपस्थित लोगों ने केंद्र सरकार से भारत के प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न से सम्मानित की जाए एवं 3 जनवरी को शिक्षिका दिवस के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर मनाएं जाए की मांग की। विचार प्रकट करने में मोहन भगत,विशुनदेव भगत,मोहन मालाकार,परम शिला देवी,रत्नेश भगत,प्रेम भगत,शत्रुघन भगत,लक्ष्मी भगत, सुमित्रा देवी,निर्मला देवी,सुनैना देवी,अनीता देवी,संगीता देवी, संजू देवी,पूजा कुमारी,मुस्कान कुमारी,गुड़िया कुमारी, अजय कुमार, आभा देवी सहित अनेक लोग शामिल हुए।