नेहरा प्लस टू उच्च विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा
1 min readनेहरा प्लस टू उच्च विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा
(सन्त ज्ञानेश्वर सहनी संवाददाता दरभंगा)
मनीगाछी संवाददाता दरभंगा मनीगाछी प्रखंड क्षेत्र के नेहरा पूर्वी पंचायत में अवस्थित प्लस टू उच्च विद्यालय की जमीन पर वर्षों से अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा रखा है।और उक्त जमीन पर अपना आवासीय घर एवं व्यवसायी दुकान बना कर ठाठ से रह रहे हैं। जिसके कारण विद्यालय को लाखों रूपये राजस्व की क्षति हो रही है। साथ ही लाखों रूपये मूल्य के आधा दर्जन शीशम एवं सागवान का पेड़ भी काट लिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये सब विद्यालय के प्रधानाध्यापक की मिली भगत से हो रही है। लोगों का ये भी कहना है कि विद्यालय के अधिनस्थ हाट,तालाब एवं कृषि योग्य भूमि का बन्दोबस्त भी बिना कोई विज्ञापन निकाले या ढोलहा दिए, प्रधानाध्यापक गुपचुप तरीके से अपने आदमियों के साथ कम राशि में बन्दोबस्त कर देते हैं। जिससे विद्यालय की राजस्व में क्षति होती है। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक खलीकुज्जमा खाँ ने बताया कि लोगों द्वारा मुझपर लगाया गया आरोप निराधार है। शीशम का पेड़ कब किसने काटी इसकी जानकारी मुझे नहीं है। हाट, तालाब एवं कृषि योग्य भूमि का बन्दोबस्त 11 मई 2023 को प्रखंड मुख्यालय में हुई थी। तीन वर्षों के लिए 2 लाख 96 हजार 5 सौ 63 रूपये में गैना निवासी मुस्ताक अहमद के पुत्र अब्दुल क्युम के साथ बन्दोबस्त हुआ है। 58 लोगों ने इस डाक में भाग लिए थे। बजाप्ते इसके लिए विद्यालय भवन पर नोटिस चिपकाया गया था। डाक के समय विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष मंत्री ललित कुमार यादव, बीडीओ अनुपम कुमार, सीओ राजीव प्रकाश राय, बीईओ सहित अन्य लोग उपस्थित थे। डाक नियम संगत किया गया है। उन्होंने बताया कि सीओ मनीगाछी ने अपने पत्रांक-657, दिनांक-11 अगस्त 2018 के माध्यम से अतिक्रमणकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश विद्यालय को दिया था। विद्यालय ने अपने पत्रांक-67/2019 के द्वारा सीओ, थाना, डीसीएलआर, एस एस पी एवं डीएम को पत्र लिखकर अतिक्रमणकारियों से विद्यालय की अतिक्रमित भूमि मुक्त कराने का आग्रह किया था। डीपीओ स्थापना अपने पत्रांक-714, दिनांक-5 मार्च 2021 के माध्यम से सीओ मनीगाछी को पत्र लिखकर नेहरा हाई स्कूल की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का आग्रह किया था। बीईओ मनीगाछी ने अपने पत्रांक-442, दिनांक-24 दिसम्बर 2021 के माध्यम से विद्यालय को पत्र लिखकर अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने विद्यालय पत्रांक-9, दिनांक-7 जनवरी 2022 के माध्यम से नेहरा ओपी में 20 अतिक्रमणकारियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था। तथा पत्रांक-15,दिनांक-24 जनवरी 2022 के माध्यम से सीओ मनीगाछी को पत्र लिखकर अतिक्रमणकारियों पर अतिक्रमण वाद चलाने का आग्रह किया था। लेकिन अब तक अतिक्रमणकारियों पर न तो थाना के द्वारा कोई कार्रवाई की गई और न ही सीओ के द्वारा। वहीं अवैध रूप से दुकान चला रहे दुकानदारों का कहना है कि हमलोग वर्षों से यहाँ दुकान चलाकर अपना जीवन यापन करते हैं। अब हमलोग कहाँ जाएंगे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक से बार बार हमलोग आग्रह कर चुके हैं कि हमलोगों के नाम दुकान के लिए जगह आवंटित किया जाय। और मासिक किराया बांधा जाय। लेकिन विद्यालय की ओर से नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में नेहरा ओपी अध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि नेहरा प्लस टू उच्च विद्यालय से संबंधित कोई प्राथमिकी उक्त तिथि में दर्ज नहीं है। अगर हमारे पास कोई आवेदन हमारे कार्यकाल में विद्यालय के द्वारा दिया जाएगा तो नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। वहीं सीओ राजीव प्रकाश राय ने बताया कि इस तरह की जानकारी मुझे नहीं है। फाइल देखने के बाद ही सही जानकारी दे पाएंगे।
ज्ञात हो कि आजादी के बाद वर्ष 1948 ईo में नेहरा के ग्रामीणों ने इलाके के बच्चों को उच्च शिक्षा गाँव में ही प्राप्त हो, इसके लिए स्कूल के नाम लोगों ने जमीन एवं राशि दान देकर उच्च विद्यालय का निर्माण किया था। जिसे सरकारी मान्यता वर्ष 1949 ईo में मिली। शुरूआती दौर में विद्यालय घपरैल के मकान में चलते थे। विद्यालय में हॉस्टल का भी व्यवस्था था। जो बाद में बंद कर दिया गया। वर्ष 1952 में जब नेहरा गाँव निवासी महेश कांत शर्मा ने मनीगाछी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए तब उन्होंने उक्त उच्च विद्यालय को पक्के मकान के रूप में परिणत करवाते हुए सांसद भवन के आकार का दो तल्ले का मकान बनवाए। जिसके ऊपरी और नीचे तल में आठ-आठ कमरा और एक-एक हॉल बनवाए थे। जो अब जर्जर हो चुकी है। पठन पाठन अब नया बने मॉडल भवन में चल रही है। वर्ष 2009 में उक्त उच्च विद्यालय को सरकार के द्वारा प्लस टू में उत्क्रमित किया गया है। वर्तमान में विद्यालय में 980 छात्र/छात्राएं नामांकित हैं। तथा 23 शिक्षक, 2 किरानी, 4 चपरासी एवं एक नाइट गार्ड कार्यरत हैं। विद्यालय के पास अपनी 10 एकड़ जमीन हैं। तथा विद्यालय कोष में 41 लाख, विकास हाट, तालाब कोष में 10 लाख एवं विकास छात्र कोष में 12 लाख रूपये जमा हैं।