April 22, 2024

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افسرسلمہ ہمراہ تبسم سلمہا رشتہء ازدواج سے منسلک

افسرسلمہ ہمراہ تبسم سلمہا رشتہء ازدواج سے منسلک

بیٹی والے بیٹی کی شادی کو تماشا نہ بنائیں ، مال کو بچائیں / محمد علی

مہواویشالی/ عادل شاہ پوری/ نکاح پاکیزہ سنت ہے جس کو اللہ کے رسول صلی اللہ علیہ وسلم نے بے حد مقبول قرار دیا اور کہا کہ جس نے نکاح کیا وہ سب ہم میں سے ہیں اور جس نے نہیں کیا وہ ہم میں سے نہیں اس لئےاس کی ادائیگی میں سادگی اور سنجیدگی کا پورا پورا خیال رکھیں تاکہ ہم سب نکاح کے برکات سے مابین فیض یاب ہوسکیں کیونکہ نکاح برکت اور محبت کا ضامن ہے لہذا لڑکا والے جہیز جیسی لعنت سے باز آئیں اور لڑکی والے اپنی بیٹی کی شادی کو تماشا نہ بنائیں نہیں تو اس کے اثرات آپ کے بیٹی کی سسرالی زندگی پر پڑیگی اور لڑکا والے بھی سکون سے نہیں پائیں گے یہ باتیں پیر طریقت حضرت مولانا محمد علی تیغی براہمی زیب سجادہ خانقاہ تیغیہ سرکانہی شریف مظفر پور نے غلام مصطفٰی صاحب کی بیٹی عزیزہ تبسم آرہ موضع جھٹکانہی گوپال پور حال مقام برہم پورہ مظفر پور ہمراہ افسر انور ابن محمد انور انصاری مرحوم نکچھید وارڈ نمبر 18 ضلع موتیہاری کی شادی کی تقریب میں بحیثیت قاضی نکاح پڑھانے کے بعد نمائندہ سے دامودر پور کے شادی ہال میں نکاح کے بعد کہی واضح ہو کہ یہ نکاح 51786 اکاون ہزار سات سو چھیاسی روپیہ مبلغ کے ساتھ اور گواہ اول محمد ابوالکلام آزاد دوئم گواہ محمد فاروق انصاری اور حاضرین مجلس کی گواہی میں پڑھائی گئ اس تقریب میں ویشالی لوک سبھا امیدوار انو شکلا ، ڈاکٹر جمال انصاری بہار سرکار پٹنہ ، شمیم انصاری ابا بکر پور ، صحافی و شاعر اعجاز عادل شاہ پوری ، حسان عادل ، سابق مدرسہ بورڈ چئیرمین عبد السلام انصاری ، مکھیا معصوم رضا ، فرشی کمال ، سابق ضلع پریشد محمد رضوان ، عرفان دلکش ، حافظ صغیر ، مفتی عبد القادر صاحب ، علی رضا انصاری ، ماسٹر قیام الدین ، محمد شہاب الدین سمیت کئ معزز شخصیات نے شرکت کی اور نیک دعائیں دیں واضح ہو کہ اس شادی کی سرپرستی حاجی ماسٹر عبد الغنی اور میزبانی پروفیسر نظام قادری ، ماما نظام الدین ، اسامہ بن نظام ، ماسٹر محمد شکیل ، ماسٹر محمد جمیل ، شاعر نوشاد کامل ، محمد شاہد ، چچا محمد سمیع ، محمد دلارے ، ماسٹر محمد بچو وغیرہ نے مہمانوں کی خوب میزبانی کی اور نیک دعائیں اپنے دامن میں سمیٹے

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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