September 27, 2025

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महुआ विधान सभा और अंसारी परिवार की अनदेखी पर बोले इरफान जामियावाला

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महुआ विधान सभा और अंसारी परिवार की अनदेखी पर बोले इरफान जामियावाला

 

महुआ विधान सभा सीट को लेकर अंसारी परिवार के राष्ट्रीय नेता इरफान अंसारी जामियावाला ने एक अहम सवाल उठाया है। उनका कहना है –

महुआ विधान सभा सीट किसी बाहरी नहीं बल्कि महुआ क्षेत्र के प्रत्याशी को दी जानी चाहिए।

असल में यह सवाल नया नहीं है।
1980 से लेकर 2025 तक महुआ विधान सभा में लगातार चुनाव होते रहे, लेकिन वैशाली का सबसे बड़ा समाजसेवी परिवार – अब्दुल शकूर अंसारी और उनके भाई डॉक्टर अब्दुल रज़ाक अंसारी (सिंघाड़ा, महुआ) – को कभी राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला।

समाजसेवा की विरासत

डॉ. अब्दुल रज़ाक अंसारी ने सिंघाड़ा से लेकर महुआ, अब्बाबकक्करपुर, पुरैना, रसूलपुर, गद्दोपुर, बकसामा, नाड़ी तक 60 साल तक चिकित्सा और सामाजिक सेवा दी।

उनकी सेवा का असर इतना व्यापक था कि महुआ से जन्दाहा तक हर 1000 घरों में से 900 घर ऐसे हैं, जहाँ किसी न किसी की जान उन्होंने बचाई।

जाति–धर्म–पंथ से ऊपर उठकर इस परिवार ने सेवा की, लेकिन राजनीति में इस योगदान को कभी मान्यता नहीं मिली।

️ डॉ. अब्दुल रज़ाक अंसारी ट्रस्ट का योगदान

अब तक 100 मुफ्त हृदय रोग के ऑपरेशन कराए गए।

1000 से अधिक परिवारों को IGIMS पटना, AIIMS दिल्ली, और TATA Hospital मुंबई में इलाज दिलाने में मदद की गई।

लगातार मुफ्त दवा वितरण किया जाता है।

कोरोना काल में इसी परिवार के इरफान जामियावाला ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अंजुमन-ए-बिहार और जामिया यूनिवर्सिटी अलुम्नी के साथ मिलकर लाखों बिहारियों को मुंबई में राशन और राहत सामग्री पहुँचाई।

️ राजनीतिक योगदान और अनदेखी

इस परिवार के सदस्य समय-समय पर राजनीति में सक्रिय हुए:
1958 अब्दुल शकूर अंसारी
1979 डॉक्टर अब्दुल रज़ाक अंसारी
1985 — असगर अली अंसारी,
सईदा खातून अंसारी, तारा अंसारी
इसके बाद — अली रज़ा अंसारी
फिर — मोहम्मद रज़ि अंसारी (मुन्ना अंसारी)
प्रोफेसर रिजवान अली अंसारी, तारा अंसारी
1990 इरफान अंसारी जामियावाला
हाल में — इरफान जामियावाला, जिन्होंने वक़्फ़ बोर्ड की JPC बैठक में 29 सांसदों के सामने मुसलमानों के हक़ पर जोरदार बहस की और देश के 10 बड़े समाजसेवकों में गिने गए।

फिर भी कांग्रेस, राजद, जद(यू) या अन्य बड़ी पार्टियों ने इन्हें हमेशा नज़रअंदाज़ किया।

चुनावी इतिहास (महुआ विधानसभा)

1990 — मुंशी लाल पासवान (जनता दल) विजेता

1995 — मुंशी लाल पासवान (JD) विजेता

2000 — दसई चौधरी (राजद) विजेता | मुंशी लाल पासवान (जद(यू)) उपविजेता

फरवरी 2005 — शिव (RJD) विजेता | मीना देवी (LJP) उपविजेता

अक्टूबर 2005 — शिव (RJD) विजेता | दसई चौधरी (JD(U)) उपविजेता

2010 — रवीन्द्र राय (JD(U)) विजेता

2015 — तेज प्रताप यादव (राजद) विजेता | रवीन्द्र राय (HAM) उपविजेता

2020 — मुकेश कुमार रौशन (राजद) विजेता | आशमा परवीन (जद(यू)) उपविजेता

(स्रोत: Election Commission Reports, resultuniversity.com)

❓ मूल सवाल

महुआ विधान सभा क्षेत्र की 45% आबादी अंसारी समुदाय और लगभग 20% पासमांदा मुसलमानों की है। इसके बावजूद, 1980 से आज तक इस परिवार को टिकट नहीं दिया गया।

जनता की माँग

महुआ की जनता और अंसारी समाज की एक बड़ी माँग है कि अबकी बार मोहम्मद रज़ि अंसारी (मुन्ना अंसारी) को टिकट दिया जाए।
यह केवल एक व्यक्ति को टिकट देने का सवाल नहीं, बल्कि 60 साल की कुर्बानी और समाजसेवा को मान्यता देने का सवाल है।
इरफान जामियावाला
अध्यक्ष: डॉक्टर अब्दुल रज़ाक अंसारी ट्रस्ट,
अध्यक्ष: बिहार विकास मंच

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