समस्तीपुर ज़िला के पूसा में स्थित डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को किया गया सम्मानित।
समस्तीपुर ज़िला के पूसा में स्थित डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को किया गया सम्मानित।
सुखेत से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को किया गया सम्मानित।
समस्तीपुर(जकी अहमद)
सुखेत माडल के प्रणेता डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा रमेश चंद्र श्रीवास्तव एवं अन्य वैज्ञानिकों को विश्वविद्यालय की ओर से आज सम्मानित किया गया। आपको बता दें कि सुखेत माडल की चर्चा प्रधान श्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की थी और देश के अन्य पंचायतों में भी इसे अपनाने पर जोर दिया था। सम्मान समारोह में बोलते हुये कुलपति डा श्रीवास्तव ने कहा कि सुखेत माडल का विचार भले ही उनका हो लेकिन इसे लागू करने में सभी वैज्ञानिकों और कर्मचारियों का योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से की गयी सरहाना से विश्वविद्यालय के सभी कर्मियों को एकनिष्ठ होकर सतत क्रियाशील रहने की प्रेरणा मिली है। उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से की गयी सराहना के लिये उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सुखेत माडल को अन्य स्थानों में भी शुरू करने की योजना बना रहा है। मोकामा के औंटा में एक एनजीओ के माध्यम से इसे शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सुखेत माडल के सभी तकनीकी और आर्थिक पहलू उपलब्ध कराने को लेकर संकल्पित है।
समारोह में बोलते हुये कुलसचिव डा पी पी श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय डा श्रीवास्तव के नेतृत्व में लगातार प्रगति कर रहा है और देश विदेश में प्रतिष्ठा हासिल कर रहा है। उन्होंने कहा कि सुखेत माडल गांव के लिये एक वरदान की तरह है। इससे गांवों में सफाई रहेगी, रोजगार मिलेगा तथा साथ में मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बढेगी। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों के इस्तेमाल से मिट्टी को लंबे समयावधि में नुकसान होता है।
कार्यक्रम के दौरान निदेशक शिक्षा डा एम एन झा ने कुलपति की तारीफ की और कहा कि विश्व विद्यालय का नाम अब देश विदेश में हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान डीन बेसिक साइंस डा एम एन झा, डा के एम सिंह समेत विभिन्न निदेशकों ने भी अपना संबोधन दिया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।