शहीदों के मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले, पर वतन पे मरने वालों का बाकी यही निशां होगा. हमें गर्व है बिहार के लाल अमर शहीद ऋषि रंजन पर जिन्होंने देश के वीर सपूतों के साथ वतन की हिफाजत करते अपनी शहादत दे दी. सचमुच सबसे पहले राष्ट्र है और तब ही हम और हमारा मजहब. इसी प्रेरणा से प्रेरित होकर बेगुसराय के ऋषि रंजन ने अपनी जान न्योछावर कर यह साबित कर दिया कि उनकी नजरों में राष्ट्र सर्वोपरि है और यह भी दिखा दिया कि राष्ट्र भक्तों को अपने शरीर के खून का आखिरी कतरा रहने तक देश की हिफाजत करनी चाहिए. उक्त बातें दीपावली के मौके पर वैशाली जिला के गोरौल प्रखंडान्तर्गत पोझा पंचायत के मधुरापुर ग्राम स्थित स्व० रमती देवी रामसुंदर सिंह निकेतन में आयोजित “हर एक दीप शहीदों के नाम समर्पित” कार्यक्रम में शिरकत करते हुए उपस्थित लोगों ने कही. निकेतन के अध्यक्ष श्यामकिशोर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरूआत शहीद ऋषि रंजन के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुई थी. तत्पश्चात ए मेरे वतन के लोगों जरा आंखों में भर लो पानी, जो शहीद हुए है उनकी जरा याद करो कुर्बानी… के गीत पर लोग गमगीन दिखे. उस समय उपस्थित लोग शहीदों के नाम एक-एक दीप अपनी हथेली पर लिए खड़े थे. लोगों ने राष्ट्रगान का गायन भी किया था और शहीदों के सम्मान में नारे लगाये थे. अंत में दो मिनट का मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धाजंलि भी अर्पित की