अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए मास्क पहनें
1 min readअपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए मास्क पहनें
– बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी एवं एसडीपीओ ने मास्क चेकिंग अभियान चलाया
शिवहर, 28 अप्रैल।
बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद इश्तियाक अली अंसारी एवं एसडीपीओ संजय कुमार पांडे द्वारा बुधवार को मास्क चेकिंग अभियान चलाया गया। जीरो माइल चौक, राजस्थान चौक सहित शहर के विभिन्न चौक चौराहों के साथ-साथ आते जाते लोगों को भी प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा गाड़ी रोक कर मास्क चेकिंग की गयी । अनुमंडल पदाधिकारी मोहम्मद इश्तियाक अली अंसारी ने लोगों को हिदायतें दी कि मास्क पहनना जरूरी है। अभी कोरोना महामारी की लहर तेजी से फैलने के कारण आपकी सुरक्षा का ख्याल जिला प्रशासन को है। इसीलिए आप लोगों से अपील की जा रही है कि घर से बाहर निकलते हुए मास्क पहनें ।
चालान काटते हुए फटकार लगाई-
जिले में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के बावजूद लापरवाही करते हुए अधिकांशत: लोग अपने साथ ही परिवार की भी जिंदगी से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर में बेपरवाह लोग बिना मास्क लगाए ही घूमते मिले। पुलिस चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर अधिकांश की जेब में मास्क निकला, तो कुछ ने घर पर भूल जाने का बहाना बनाया। कई लोगों को चालान काटते हुए एसडीएम ने फटकार लगाई तथा कहा अगली बार मास्क पहनते हुए नजर नहीं आओगे तो जेल भेज दिया जाएगा।
अधिक सवारी बैठाने पर दो बस जब्त-
जिलाधिकारी सज्जन राजशेखर के आदेश पर जिला परिवहन पदाधिकारी शंभू कुमार ने बसों में सरकारी गाइडलाइन के खिलाफ अधिक सवारी बैठाने पर दो बस को जप्त किया है। कोरोना गाइड लाइन के खिलाफ यात्री लाने के आरोप में दो बसों को किया गया जब्त, क्षमता से अधिक संख्या में बसों में सवार थे यात्री।
जिला 55 ग्रामीण चिकित्सक सेवा देने को तैयार-
शिवहर जिले में कोरोना महामारी की वृद्धि को देखते हुए सभी प्रखंडों के 55 ग्रामीण चिकित्सक ने कोरोना में अपनी सेवा देने के लिए तैयार होकर एक सूची जिला पदाधिकारी को दी है। ज्ञात हो कि जिला पदाधिकारी ने कोरोना महामारी में सेवा देने के लिए इच्छुक व्यक्तियों को आमंत्रित किया था। ग्रामीण चिकित्सा सेवा समन्वय समिति के शिवहर के जिलाध्यक्ष दीनबंधु पांडे ने डीएम से निवेदन किया है कि कोविड-19 में सेवा देने को हम तैयार हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को आवेदन देकर बताया है कि सभी ग्रामीण चिकित्सक राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार और एनजीओएस के संयुक्त प्रयासों से प्रशिक्षण प्राप्त हैं । वर्ष 2018 में जांच परीक्षा हो चुकी है, जिसमें सभी उत्तीर्ण हैं ।