हाजी इस्माइल साहब को सैंकड़ों लोगों ने भावुक आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की ।
हाजी इस्माइल साहब को सैंकड़ों लोगों ने भावुक आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की ।
हाजी इस्माइल साहब मानवता एवं हिंदु मुस्लिम एकता के पुजारी थे / सीता राम राय
हाजी साहब जैसे व्यक्ति सदियों में जन्म लेते हैं उनका प्रेम हमेशा के लिए अमर रहेगा/ भोला राय
हाजी साहब गरीबों, यतीमों, लाचारों और बेसहारों के सहारा थे / लालदेव भगत
नसीम रब्बानी
आदिल शाहपुरी
वैशाली संवाददाता सूत्र चेहरा कला प्रखंड अंतर्गत ग्राम छपरा खुर्द , प्रखंड चेहरा कलां वैशाली निवासी समाज सेवी, दूर दृष्टि, दलितों, मजदूरों के सहारा , हिंदू मुस्लिम एकता मंच के संस्थापक , हाजी रमजान अली चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक , निर्धन बच्चियों के विवाहिक संस्था के संस्थापक , मदरसा हुसैनिया छपरा खुर्द के संस्थापक , अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन के संस्थापक , आदरणीय स्वर्गीय हाजी इस्माइल अंसारी साहब का देहांत गत महीना 17 मई 2023 को शहर कोलकाता अपने आवास पर हो गया था और कोलकाता में ही इनके परिजनों ने दाह संस्कार का कार्य सम्पन्न किया और गोबरा कब्रिस्तान 1 में लोगों ने नम आंखों के साथ दफ्न किए तत्पश्चात इनके प्रेमी और इनके कुशल कार्यों के प्रेमी इनकी आत्मा के शांति लिए सैंकड़ों लोगों ने भावुकता के साथ इनके जन्म स्थली ग्राम छपरा खुर्द में श्रद्धांजलि अर्पित की जिसमें क्षेत्र के समाजी, सियासी, राजनीति , जनप्रतिनिधि , महागठबंधन के राजनीति कार, मौलाना , हाफिज और कारी भी इस सभा में उपस्थित हुए इस अवसर पर पातेपुर प्रखंड के पूर्व जिला पार्षद श्री सीताराम राय ने कहा कि हाजी साहब मानवता एवं प्रेम के बहुत बड़े पुजारी थे उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया की यह रीत पुरानी है कि जो आता है वह एक दिन अवश्य जाता है लेकिन उनका व्यवहार उनका कर्तव्य कभी नहीं मरता यह सत्य है कि हाजी साहब हम सबों के बीच से जुदा हो गए लेकिन उनका प्रेम उनका व्यवहार आखरी सांस तक हम सबों के बीच अमर बनकर रहेगा तथा भेरोखडा पंचायत के वर्तमान मुखिया श्री भोला राय ने कहा कि हाजी साहब जैसे व्यक्ति सदियों में जन्म लेते हैं जिसकी मिसाल दुनिया में कम मिलता है हाजी साहब एक साफ सुथरा एवं स्वच्छ छवि स्वच्छ विचार के व्यक्ति थे शांत मिजाज , शांत विचार, मीठा स्वर हर पल याद दिलाती रहेगी उनके विचारों से हम सब को सीख लेने की जरुरत है तथा मथना मिलिक पंचायत के पूर्व सरपंच लालदेव भगत ने कहा की हाजी साहब से रिश्ता मेरा बहुत पुराना है इन्होंने समाज में हर संभव हिंदू मुस्लिम एकता बनाए रखने का प्रयास किया और इस प्रयास के क्रम में हिंदू एकता मंच सभा का आयोजन कर प्रेम का धारा बहाया जिसका मैं खुद साक्षी हूं हाजी साहब एक व्यक्ति नहीं थे बल्कि एक पुरा समाज का नाम हाजी इस्माइल अंसारी था हम उनके विचारों का , उनके व्यवहारों को शत् शत् नमन करते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं कि भगवान उनके आत्मा को शांति दे और अच्छे कार्यों के बदले स्वर्ग में जगह प्रदान करे तथा छौडाही पंचायत के पूर्व मुखिया श्री इन्द्र भूषण शर्मा ने कहा कि हाजी साहब की मृत्यु हम सब के लिए काफी दुखद है क्योंकि ऐसे व्यक्ति समाज में बहुत कम मिलते हैं जो दलितों बेसहारों और मजबुरों के दुख की घड़ी में समयानुसार रुपया कपड़ा लेकर सहायता के लिए तैयार रहते थे हाजी साहब मानवता का बहुत बड़ा स्तंभ थे हम सब को उनके जीवन से ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता है इन्होंने साक्षात्कार समाज के साथ कांधा से कांधा मिला कर गरीब यतीम हिंदू मुस्लिम बच्चियों का निशूलक विवाह करना इनके कर्तव्य निषठ होने का प्रमाण देता है तथा मौलाना मजाहिर आलम मजाहिरी सेवा निवृत्त पुर्व अध्यक्ष मदरसा अहमदिया अबाबकरपुर ने कहा कि हजी साहब शिक्षित एवं ज्ञानी व्यक्ति थे शिक्षा से अथाह प्रेम रखते जिसका मदरसा हुसैनिया छपरा खुर्द है इन्होंने अज्ञानता की जगह ज्ञान का दीप जलाया तथा आज भी प्रज्वलित है । इनके अलावा मौलाना सनाउल हुदा कासमी उप नाजिम आला इमारत शरिया फुलवारी शरीफ पटना, ज़फ़र अंसारी अबाबकरपुर , अनवर अली , हाजी नज़ीर समेत सैंकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे