जयपुर में 18 जनवरी को जुटेंगे इस्लामी विद्वान। -धर्म, समाज व सूफिज्म पर साझा करेंगे विचार।
1 min readजयपुर में 18 जनवरी को जुटेंगे इस्लामी विद्वान।
-धर्म, समाज व सूफिज्म पर साझा करेंगे विचार।
जयपुर, राजस्थान।
सुन्नी दावते इस्लामी जयपुर का एक दिवसीय इज्तिमा (इस्लामी समागम) राजधानी में दो अलग-अलग समय पर आयोजित किया जाएगा। जिसमें देशभर से इस्लामी विद्वान आएंगे तथा अपने विषय पर तकरीरें (व्याख्यान) करेंगे। यह इज्तिमा महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग रखा गया है। इस मौके पर समाज में फैलती गलत रस्मों-रिवाज व आडम्बरों पर इस्लामी विद्वान अपनी बात रखेंगे। वहीं मानव जाति को एकेश्वरवाद के साथ-साथ सूफिज्म की तालीमात (शिक्षा) से उपस्थित जनों को अवगत कराएंगे।
कार्यक्रम संयोजक मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी ने बताया कि सुन्नी दावते इस्लामी का एक दिवसीय इज्तिमा 18 जनवरी को चांदपोल बाजार, तोपखाने का रास्ता स्थित मस्जिद एक मिनार के पास बाद नमाजे इशा रात 8 बजे आयोजित होगा। जिसमें मुख्य अतिथि अमीर सुन्नी दावते इस्लामी मुंबई के मोहम्मद शाकिर नूरी होंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि मालेगांव के मौलाना सैयद अमीनुल कादरी, जोधपुर से मौलाना सैयद नूर मियां अशरफी, मारवाड़ से मौलाना इदरीस रजा साहब शिरकत करेंगे। इसी प्रकार हजरत मौलाना मुफ्ती अब्दुस्सत्तार मुफ्ती शहर जयपुर सदारत करेंगे। मौलाना कारी एहतराम आलम कयादत करेंगे तथा कार्यक्रम मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी के जेरे निगरानी होगा। कार्यक्रम की सरपरस्ती हाफिज व कारी अन्जार आलम करेंगे।
महिलाओं के लिए भी होगा इस्लामी समागम।
ख्वाजा-ए-हिंद हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्ला अलैह के 812वें सालाना उर्से मुबारक के मौके पर जयपुर में सुन्नी दावते इस्लामी की ओर से महिलाओं के लिए भी इस्लामी समागम (इज्तिमा) का आयोजन 18 जनवरी जुमेरात को बाद नमाजे जुहर से असर के बीच आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम आयोजक मौलाना सैयद मोहम्मद कादरी ने बताया कि तोपखाना का रास्ता चांदपोल स्थित मस्जिद एक मिनार के पास यह इज्तिमा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होंगी। मुफ्ती-ए-शहर जयपुर मौलाना मुफ्ती अब्दुस्सत्तार साहब की सदारत में आयोजित होने वाले इस इज्तिमा की कयादत मौलाना कारी अहतराम आलम करेंगे तथा सरपरस्ती हाफिज व कारी अन्जार आलम करेंगे। इज्तिमा की तैयारी को लेकर अराकीने मस्जिद एक मिनार नौजवानाने मोहल्ला कायमखानियान की ओर से तैयारी संबंधी बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें इस्लामी इज्तिमा की रूपरेखा पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ तथा इसे अंतिम रूप दिया गया।