निरसू नारायण महाविद्यालय की व्यवस्था देख जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने की जमकर तारीफ ।
1 min readनिरसू नारायण महाविद्यालय की व्यवस्था देख जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने की जमकर तारीफ ।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार।
वैशाली !महुआ , बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित 12वीं की वार्षिक परीक्षा के निरीक्षण करने वैशाली डीएम यशपाल मीणा महुआ प्रखंड के निरसु नारायण महाविद्यालय सिंघाड़ा पहुंचे ।जब वे महाविद्यालय परिसर में प्रवेश किया तो वहां की प्राकृतिक छटा एवं विधि व्यवस्था देखकर इस कदर खो गए ,जैसे उन्हें प्रतीत ही नहीं हुआ कि ग्रामीण अंचल में भी इस प्रकार सुव्यवस्थित महाविद्यालय देखने को मिलेगा ।चल रहे वार्षिक परीक्षा का तो निरीक्षण किया ही ,उसके बाद महाविद्यालय के सभी विभागों , पुस्तकालय ,प्रयोगशालाओं, खेलकूद ,मनोरंजन सहित आधुनिक उपकरण को व्यवस्थित देखकर उनका मन गदगद हो गया । बड़े लंबे चौड़े क्षेत्रफल में फैले मैदान ,बीच-बीच में रंग-बिरंगे फूलों की क्यारियां ,साथ ही साथ महाविद्यालय के संस्थापक निरसु नारायण सिंह एवं संस्थापक सचिव लक्ष्मी नारायण सिंह की आदम कद प्रतिमा देखकर उनका मन प्रसन्नचित हो गया ।स्मृति स्तंभ पुरानी यादों को ताज़ा कर रहे थे। मानों वे परीक्षा के निरीक्षण छोड़ कॉलेज की विधि व्यवस्था की ही निरीक्षण करने लगे ।आखिर इस महाविद्यालय को कुशल नेतृत्व कर्ता प्रो.संजय सिंह एवं प्राचार्य नंदकिशोर चौधरी जैसे विद्वान व्यक्ति जो मिला है ।महाविद्यालय का हर भाग पुस्तकालय, गृहविज्ञान भवन, खेल विभाग, सभाकक्ष , व्याख्याता कक्ष ,एन एस एस ,शौचालय , दोनो तरफ मेन गेट ,विज्ञान भवन पूर्वी भाग के दूसरा तल के निर्माण , पोखर , गार्ड रूम ,सेंट्रलाइज ऑफिस रूम , स्मृति स्तंभ , सहित पूरे महाविद्यालय में रंग रोगन और ,ग्रीन और क्लीन पार्क के रूप में सजाने के लिए प्रो संजय सिंह एवम सहयोग के लिए प्राचार्य डा प्रो नंदकिशोर चौधरी प्रो नागेंद्र कुमार सिंह ,नामांकन प्रभारी प्रो शिवशरण सिंह ,संघ के अध्यक्ष प्रो सभाजीत सिंह ,परीक्षा नियंत्रक प्रो अर्जुन कुमार सिंह ,प्रो अरविंद कुमार झा ,सभी विद्वान शिक्षको ,बड़ा बाबू अनुज कुमार सिंह , राजेश रंजन चौहान,मुरारी नयन,नितेश कुमार सुधीर कुमार सिंह सहित अन्य व्यक्ति ने धन्यवाद व बधाई दी है। सभी सम्मानित शिक्षकों ने महाविद्यालय परिसर में प्रो संजय सिंह से विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है।