पहली बैठक में सदस्यों ने पदाधिकारी से किया कई सवाल अनुपस्थित पदाधिकारीयों के विरुद्ध लिया गया निंदा प्रस्ताव महुआ। रेणु सिंह
प्रखंड कार्यान्वयन समिति की बैठक बुधवार को यहां प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित किसान भवन पर हुई। इस बैठक में विभिन्न योजनाओं में लूट खसोट के मुद्दे छाए रहे। जिस पर सदस्यों ने विभागीय पदाधिकारियों से जवाब तलब किया। बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीत कुमार के नेतृत्व में हुआ। जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सुमन और संचालन उपाध्यक्ष दीपूदत्त चौधरी ने किया। इस बैठक में पीएचईडी से जुड़े नल जल के मुद्दे छाए रहे। बताया गया कि अधिकतर जगहों पर लोगों को इस भीषण गर्मी में नल का जल नहीं मिल रहा है। जबकि सूचना के बावजूद विभाग किशोर ध्यान नहीं दे रहा है। समिति के सदस्य प्रो वेद प्रकाश पटेल ने सवाल उठाया की किसी भी पंचायत भवन पर राजस्व कर्मचारी नहीं बैठते हैं। वहीं राजस्व से संबंधित लोगों का काम नहीं हो रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य से संबंधित सवाल खड़ा करते हुए पीएचसी प्रभारी को कटघरे में खड़ा किया। पीएचसी में आउटडोर की व्यवस्था ठीक नहीं होने। सांप काटने की दवा उपलब्धता, वही स्वास्थ्य संबंधित अन्य कार्यक्रम पर भी उन्होंने सवाल खड़े किए। जिस पर प्रभारी डॉ अभिषेक कुमार ने अपना मंतव्य दिया। कृषि विभाग से किसानों को मिलने वाली धान के बीच के बारे में बताया गया। वहीं मनरेगा के पदाधिकारी द्वारा प्लांटेशन की जानकारी दी गई। पशुपालन पदाधिकारी डॉ गणेश कृष्ण कुमार ने पशुओं से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई। बैठक में बाल विकास, विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग, थाना, जीविका आदि विभिन्न विभाग से पदाधिकारी या उनके प्रतिनिधि की अनुपस्थिति पर निंदा प्रस्ताव लिया गया। बैठक में शिव शंकर कुमार भीम, उमेश सिंह, अकिलदेव सिंह, रमैया सिंह, संजीव कुमार, सत्य प्रकाश शशी, इम्तियाज, उदय प्रकाश सिंह, संजय चौधरी, अभिमन्यु सिंह बब्बू आदि उपस्थित थे। समिति के सदस्यों ने कहा कि यह पहली बैठक थी। अगली बैठक में अनुपस्थित पदाधिकारीयों के विरुद्ध सीधे कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।