अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन काठमांडू में वैशाली के शशि भूषण को ‘बज्जिका’ भाषा को सार्क देशों में सम्मान दिलाने के लिये किया गया सम्मानित*
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अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन काठमांडू में वैशाली के शशि भूषण को ‘बज्जिका’ भाषा को सार्क देशों में सम्मान दिलाने के लिये किया गया सम्मानित
*नेपाल सरकार के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष श्री देव राज घिमिरे के हाथों किये गये सम्मानित*
*सात सूत्री घोषणा पत्र भी इस सम्मेलन में हुआ जारी*
द्वितीय अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा पत्रकारिता सम्मेलन-2025 का आयोजन नेपाल की राजधानी काठमांडू में 13-14 जून 2025 को संपन्न हुआ। यह आयोजन सार्क जर्नलिस्ट फोरम अन्तर्राष्ट्रीय एवं नेशनल फोरम ऑफ नेवार जर्नलिस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया था।इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सार्क देशों के मातृभाषा पर ऐक्टिविस्ट के रूप में कार्य करने के लिये पांच पत्रकारों को किया गया सम्मानित। जिस में वैशाली के शशि भूषण कुमार को ‘बज्जिका’ भाषा को सार्क देशों में सम्मान दिलाने के लिये नेपाल सरकार के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष और सम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री देव राज घिमिरे ने अपने हाथों से उद्घाटन सत्र में किया सम्मानित। भारत के प्रतिनिधि के रूप में वैशाली जिला निवासी देश- दुनिया में चर्चित मानवाधिकार पत्रकारिता के संवाहक एवं सार्क देशों में बज्जिका एक्टिविस्ट
डॉ शशि भूषण कुमार ने प्रथम दिन के एक सत्र में पैनल डिस्कशन के हिस्सा रहे तो दूसरे दिन प्रथम लोकतंत्र की धरती (मदर ऑफ डेमोक्रेसी/ लोकतंत्र की जननी ) वैशाली की मातृभाषा ‘बज्जिका’ पर अपना अभिभाषण भी दिये। इनके साथ सम्मेलन में पत्रकार अटा,शिक्षाविद में राजा राम चौरसिया,श्रीमती पूजा कुमारी, कमलेश कुमार एवं राजीव कुमार मेहता भी पहुंचे जिन्होंने एक-सत्रों में अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये और इन्हें भी इसके लिये सम्मानित किया गया।
मातृभाषा पत्रकारों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन 14 जून को अतिथि मध्यपुर थिमी नगर पालिका के मेयर सुरेंद्र श्रेष्ठ की उपस्थिति में सात सूत्री घोषणापत्र किया गया जारी। सम्मेलन का आयोजन नेवा राष्ट्रीय पत्रकार संघ ने सार्क पत्रकार मंच और फोनिज के सहयोग से किया है। समापन समारोह में मेयर श्रेष्ठ ने कहा कि मातृभाषा को बढ़ावा देने में सम्मेलन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।नृपेंद्र लाल श्रेष्ठ की अध्यक्षता में आयोजित समापन समारोह में सार्क पत्रकार मंच के अध्यक्ष राजू लामा ने सभी हितधारकों से संकल्प को गंभीरता से लेने और इसे लागू करने का आग्रह किया। उन्होंने सार्क क्षेत्र की सभी सरकारों से मातृभाषा पत्रकार सम्मेलन के आयोजन में सहयोग करने का आह्वान भी किया। फोनीज के अध्यक्ष लकी चौधरी, बांग्लादेश की ओर से एसजेएफ के महासचिव मोहम्मद अब्दुर रहमान, भारत की ओर से सार्क जर्नलिस्ट फोरम बिहार चैप्टर के अध्यक्ष और देश-दुनिया में मानवाधिकार पत्रकारिता के संवाहक डॉ शशि भूषण कुमार, सम्मेलन के समन्वयक सुनील महार्जन, एनएफएनजे के महासचिव केके मनंधर ने मातृभाषा के महत्व और इसके संरक्षण की अनिवार्यता पर अपने विचार व्यक्त किए।
घोषणापत्र में सम्मेलन द्वारा जारी घोषणापत्र को सार्क देशों के प्रमुखों को सौंपना, मातृभाषा पत्रकारों के क्षमता निर्माण और मातृभाषा मीडिया घरानों को बढ़ावा देने के लिए सरकार से आवश्यक बजट की मांग करना और हितधारकों के साथ नियमित चर्चा के माध्यम से मातृभाषा पत्रकारिता के बारे में जागरूकता बढ़ाना जैसे मुद्दे शामिल हैं।