बिहार के वैशाली जिले में मुखिया और सरपंच ने बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने का संकल्प लिया।
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बिहार के वैशाली जिले में मुखिया और सरपंच ने बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने का संकल्प लिया।
बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड के प्रतापटांड पूर्वी पंचायत में बाल विवाह से मुक्ति को लेकर बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत स्वर्गीय कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के तत्वावधान में जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन परियोजना के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रतापटांड पूर्वी पंचायत के मुखिया राजेश कुमार उर्फ़ पिंकू पांडेय ने की,जबकि संचालन पंचायत के सरपंच विद्यानंद सिंह और अधिकार मित्र संतोष कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान स्वर्गीय कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के सचिव सह कार्यक्रम निदेशक सुधीर कुमार शुक्ला ने बताया कि वैशाली को बाल विवाह मुक्त जिला बनाने के उद्देश्य से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं।अभियान के तहत भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न गाँवों में एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन परियोजना के तहत बाल संरक्षण के मुद्दे पर वृहत रूप से कार्यक्रम चलाये जा रहें हैं।इस दौरान संस्थान द्वारा बाल अधिकारों और इसकी सुरक्षा से संबंधित विषय जैसे बाल विवाह,बाल मजदूरी,बाल यौन-शोषण एवं बाल- तस्करी के खिलाफ जागरूकता ,बाल पीड़ितों को कानूनी सहायता व बाल विमुक्ति सह पुनर्वास का कार्य किया जा रहा हैं। इस दिशा पुलिस प्रशासन,जिला प्रशासन और आमजनों का अच्छा सहयोग मिल रहा हैं।कार्यक्रम में अधिकार मित्र संतोष कुमार ने बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानूनी अपराध हैं। यह बच्चों की शिक्षा,स्वास्थ्य,सुरक्षा और समग्र विकास में बाधा उत्पन्न करती हैं, साथ ही उनके सपनों को साकार होने से रोकता है।आगामी 2030 तक भारत को बाल विवाह मुक्त राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं। कार्यक्रम में मुखिया राजेश कुमार ने बाल विवाह जैसी कुरीतियों के विरुद्ध जंग में समाज के सभी लोगों को एक मंच पर आने की आवश्यकता पर बल दिया तथा बताया की सभी के सामूहिक प्रयास से ही इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सकता हैं।