विश्व स्तनपान सप्ताह: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती व धात्री महिलाओं को समझाया गया स्तनपान का महत्व/रिपोट नसीम रब्बानी
1 min readविश्व स्तनपान सप्ताह: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती व धात्री महिलाओं को समझाया गया स्तनपान का महत्व/रिपोट नसीम रब्बानी
– नवजात शिशु का प्राणरक्षक है स्तनपान
मोतिहारी 03 अगस्त।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदापुर के सभागार में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत छोटे बच्चों की मां व गर्भवती महिलाओं को स्तनपान का महत्व बताया गया। विश्व स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार सहनी ने कहा कि स्तनपान से शिशुओं का सम्पूर्ण विकास होता है। साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है । 6 माह तक शिशुओं के सम्पूर्ण आहार के रूप में हर धात्री महिलाओं को अपने नवजात या छोटे बच्चों को स्तनपान कराना चाहिए। इससे उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। स्तनपान करने वाले बच्चे अन्य बच्चों जो स्तनपान किन्हीं कारणों से नहीं करते उनसे ज्यादा विकसित होते हैं।
– स्तनपान से गंभीर रोगों से नहीं रहता खतरा:
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी स्तनपान से लाभ मिलता है। उन्हें कई गंभीर बीमारियों से भी रक्षा होती है। मौके पर केयर इंडिया प्रखंड प्रबंधक श्रीनारायण सिंह के द्वारा बताया गया कि स्तनपान कराने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है। साथ ही बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है । उन्होंने बच्चे को स्तनपान कराने के फायदे के बारे में भी बताया। साथ ही उन्होंने जो मां बच्चे को स्तनपान नहीं करातीं है उनके शरीर एवं बच्चों पर उसके कुप्रभाव के बारे में भी बताया ।
डॉ मोनिका ने बताया कि जब आप स्तनपान कराती हैं, तो आपको कुछ विटामिन और मिनरल की ज़रूरत अपेक्षाकृत अधिक होती है। आपके शरीर को अपेक्षाकृत अधिक कैलोरी की भी ज़रूरत होती है, इसलिए आपकी भूख बढ़ जाएगी। स्तनपान कराने से, गर्भावस्था के दौरान बढ़ा हुआ कुछ वज़न घट भी सकता है। स्तनपान कराने की अवधि के दौरान वज़न धीरे-धीरे कम होना सबसे अच्छा होता है। कम भोजन खाने (डाइटिंग) की सलाह नहीं दी जाती। पर्याप्त मात्रा में अनाज खाएं- चावल, पास्ता अथवा ब्रेड से आपको ऊर्जा और बी समूह के विटामिन प्राप्त होते हैं।
– पर्याप्त मात्रा में सब्ज़ियां और फल खाएं:
सब्ज़ियां और फल विटामिन और खनिजों के अच्छे स्रोत होते हैं। पतेदार सब्ज़ियां फ़ॉलिक एसिड से भरपूर होती हैं। संतरा और कीवी जैसे फलों में पाया जाने वाला विटामिन सी आपके शरीर की आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है। रंगीन सब्ज़ियां और फल, जैसे कद्दू, टमाटर और गहरे हरे रंग की सब्ज़ियां कैरोटीन से भरपूर होती हैं और इनसे आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए प्राप्त होता है।
डॉ मोनिका गुप्ता ने बताया कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भोजन में प्रोटीन, आयरन और विटामिन बी 12 प्राप्त करने के लिए अपने आहार में बिना चिकनाई वाला मांस और चिकन और विभिन्न प्रकार की मछलियां शामिल करना चाहिए । अपने आहार में अक्सर अंडे, पीनट, टोफ़ू, मेवे और बीज शामिल करें। विश्व स्तनपान दिवस के मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार सहनी, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नरेंद्र निषाद , डॉ शमीम अख्तर , डॉ मोनिका गुप्ता, डॉ प्रियदर्शनी , रोहुल्लाह , फार्मासिस्ट शोएब रजा , फिरोज खान ,जीएनएम रिंकू कुमारी सहित कई महिलाएं शामिल हुई ।