सीतामढ़ी : डाक्टर और स्टॉफ नर्स को पीडियाट्रिक्स कोविड 19 मैनेजमेंट पर मिल रहा प्रशिक्षण / रिपोर्ट नसीम रब्बानी
1 min readसीतामढ़ी : डाक्टर और स्टॉफ नर्स को पीडियाट्रिक्स कोविड 19 मैनेजमेंट पर मिल रहा प्रशिक्षण / रिपोर्ट नसीम रब्बानी
– पटना एम्स के डॉक्टर्स ने दिया प्रशिक्षण
– तीसरी लहर की आशंकाओ के बीच मिला प्रशिक्षण
सीतामढ़ी, 25 नवंबर ।
कोविड की तीसरी लहर की आशंका के बीच गुरुवार को एक निजी होटल में बच्चों के कोविड 19 की स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों और स्टॉफ नर्सों का दो दिवसीय प्रशिक्षण आरंभ हुआ। जिसे पटना एम्स के डॉक्टरों ने दिया। इस प्रशिक्षण की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल ने की। मौके पर सिविल सर्जन डॉ लाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण से स्वास्थ्यकर्मियों के कौशल में वृद्धि होगी। साथ ही साथ इससे कोविड 19 की संभावनाओं से निपटने में भी सुविधा होगी। इस प्रशिक्षण को एम्स की डॉ मनीषा कुमार, डॉ दीपक कुमार, डॉ सौरभ कुमार, भगवान प्रसाद प्रजापति, आशीष शर्मा, तथा ओमकांत शर्मा ने दिया।
लक्षण पहचानने की जरूरत पहले –
एम्स के डॉ दीपक कुमार ने कहा कि सबसे पहले हमें बच्चों में कोविड के लक्षण को पहचानने होंगे। बच्चों में भी सामान्यत: बड़ों जैसे लक्षण ही पाए जाते हैं पर अगर बच्चे को 24 घंटे से ज्यादा बुखार, सर्दी, खांसी या बच्चा सुस्त नजर आए तो फौरन उसे नजदीकी अस्पताल ले जाएं। चार साल से ज्यादा के बच्चों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें। वहीं अस्पताल प्रबंधन को एक कोविड मामलों के निपटारे के लिए इमरजेंसी फोन रूप बनाने होंगें जिसमें लोग फोन कर सही सलाह ले सकें।
माता पिता रखें ख्याल –
कोविड से बचाने में सबसे अहम रोल उनके माता और पिता का है। बच्चों को कहीं भी घर से बाहर न निकलने दें। उन्हें मास्क लगाने और हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धोते रहने को कहें। अगर माता-पिता कहीं बाहर से आ रहे हैं तो यह जरूरी है कि बच्चों से मिलने से पहले अपने कपड़े बदलें और संभव हो तो नहा लें, नहीं तो हाथ-पैर और मुंह अच्छी तरह से धो लें। मौके पर सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल, केयर डीटीएल मानस कुमार, जिला मूल्याकंन पदाधिकारी डॉ मेहदी हसन समेत जिले के सदर अस्पताल के डाक्टर और स्टॉफ नर्स मौजूद थे।