विद्यार्थियों, कामकाजी पेशेवरों, कॉरपोरेट और नए उद्यमियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक पहल की है।
1 min readभारतीय कार्यबल को एक नया आधार देगा सीओई
-विद्यार्थियों, कामकाजी पेशेवरों, कॉरपोरेट और नए उद्यमियों को देगा तकनीकी शिक्षा
-तकनीकी उद्यम के लिए कुशल पेशेवरों को करेगा तैयार
पटना।
विद्यार्थियों, कामकाजी पेशेवरों, कॉरपोरेट और नए उद्यमियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक पहल की है। इस पहल के तहत वेबेल-फुजीसॉफ्ट-वारा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) के माध्यम से देश में कुशल पेशेवर तैयार किए जाएंगे। इस योजना की स्थापना आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की ओर से की गयी है। इसका मकसद 4.0 तकनीक से युवाओं को दक्ष करना है। इसमें डेटा साइंस, साइबर सुरक्षा, एम्बेडेड सिस्टम/आईओटी और एडिटिव मैन्युफैक्चिरिंग शामिल हैं। सीओई के तहत युवाओं को कौशल विकास के अलावा कॉरपोरेट, एमएसएमई यूनिट और स्टार्टअप के लिए तकनीक प्रदान की जाएगी। साथ ही उनकी उत्पाकता और उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने में भी मदद की जाएगी। इस परियोजना का क्रियान्वयन फुजीसॉफ्ट इंक, जापान और वारा टेक्नोलॉजी, भारत द्वारा किया जा रहा है।
इस योजना में इंटेल, एनविडिया, बोस्टन ट्रेनिंग एकेडमी, बोस्टन आईटी सॉल्यूशन, डसॉल्ट सिस्टम्स, ट्रेंड माइक्रो, फोर्टिनेट, आईएमआई इजराइल साइबर इजराइल जैसे बड़े नामों को जोड़ा गया है। सीओई विकासशील प्रतिभाओं को उभारने में संपूर्णता प्रदान करेगा। सीओई के कार्यक्रम में लाभार्थियों को 70 प्रतिशत तक व्यावहारिक ज्ञान दिया जाएगा। जिससे उन्हें वास्तविक दुनिया के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिलेगी। यह सीओई उन स्नातकों और कामकाजी पेशेवरों के लिए ज्यादा उपयोगी है जो अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए तकनीक सीखना चाहते हैं।