*अग्निपथ स्कीम देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है :- महबूब आलम*
1 min read*अग्निपथ स्कीम देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है :- महबूब आलम*
समस्तीपुर (जकी अहमद)
स्कीम छोटा होता है और अग्निपथ एक स्कीम है, यह सेना के क्षेत्र में निजीकरण की शुरुआत है। यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, देशविरोधी है, सरकार को इसे वापस लेना होगा। उन्होनें कहा कि सोमवार को विपक्ष की ओर से विधानसभा में अध्यक्ष को कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया जाएगा। महाराष्ट्र प्रकरण पर उन्होंने भाजपा की मोदी सरकार पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया। इससे उन्होंने लोकतंत्र पर खतरा बताया। राष्ट्रपति चुनाव पर उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की बात कही और विपक्ष की जीत बताया। उन्होंने भूखमरी, गरीबी, राशन, रोजगार पर सरकार ने साजिशन हमला बोल दिए जाने पर विपक्षी एकता बनाकर सदन एवं सड़क पर आंदोलन तेज करने की घोषणा की। इस क्षेत्र में बाढ़ की समस्या बनी हुई है। समस्तीपुर परिसदन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाकपा माले विधायक दल के नेता का0 महबूब आलम ने कहा। भाकपा माले के पोलिट ब्यूरो सदस्य का0 धीरेन्द्र झा, एपवा राज्य सचिव का0 शशि यादव, माले राज्य कमिटी सदस्य का0 बंदना सिंह, माले जिला सचिव प्रो0 उमेश कुमार, जिला कमिटी सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार, उपेंद्र राय, सुनील कुमार, अशोक कुमार, प्रेमानंद सिंह आदि मौजूद थे।
पोलित ब्यूरो सदस्य का0 धीरेन्द्र झा ने कहा कि जल, जंगल, जमीन पर भाजपा की फासीवादी सरकार ने निजी हाथों में सौंप रही है, इसके खिलाफ देश में आदिवासियों पर दमन का भाजपा पर आरोप लगता रहा है। भाजपा आदिवासी को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाकर अपना हित साधना चाहती है, लेकिन इस चुनाव में विपक्षी गठबंधन की जीत होगी। का0 झा ने कहा कि समस्तीपुर में कर्ज के बोझ से एक ही परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध हत्या हो जाती है। पातेपुर में गरीबी से तंग आकर एक ही परिवार के 4 लोगों जहर खाकर अपना जीवन लीला समाप्त कर लेते हैं। समस्तीपुर में लगातार हत्या,अपराध बढ़ रहा है और सरकार विकास एवं सुशासन के नाम पर अपना पीठ खुद थपथपा रही है। उन्होंने अग्निपथ योजना के खिलाफ छात्रों के शांतिपूर्ण आंदोलन को समर्थन करते हुए हर संभव सहयोग देने की घोषणा की। खानपुर के वर्मा विस्थापित की ओर से प्रेमानंद सिंह ने सीओ द्वारा जमीन छीनने पर रोक लगाने एवं इस मामले को विधानसभा में उठाने से संबंधित स्मार – पत्र सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की।