सामाजिक नाटक के जरिए ग्रामीण कलाकारों ने बिखेरे जलवे, कार्यक्रम को देखने के लिए अंत अंत तक जमे रहे
सामाजिक नाटक के जरिए ग्रामीण कलाकारों ने बिखेरे जलवे, कार्यक्रम को देखने के लिए अंत अंत तक जमे रहे दर्शक महुआ, नवनीत कुमार
महुआ के हसनपुर ओस्ती पंचायत अंतर्गत परसौनिया गुदरी हाट परिसर में पांच दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार की रात सामाजिक नाटक का मंचन किया गया। यहां नवयुवक नाट्य कला परिषद मधौल के द्वारा कैसे अभागन बनी सूहागन नाटक का सफल मंचन कट दर्शकों की तालियां बटोरी गई। नाटक में कलाकारों के कला से दर्शक ओतप्रोत होते रहे।
यहां लक्ष्मी पूजनोत्सव के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कराया जा रहा है। जिसमें तीसरे दिन सामाजिक नाटक कैसे अभागन बनी सुहागन ने धूम मचाया। मनोज सिंह और हरिनारायण सिंह के निर्देशन व पूर्व जिला परिषद अशोक कुमार अकेला द्वारा लिखित इस नाटक में स्वयं अकेला के अलावा बैद्यनाथ सिंह, सुबोध कुमार, बिरजू, राजकुमार सिंह, वीरचंद्र कुमार, रविंद्र कुमार, अरुण कुमार, आमोद पासवान, विकास वैशाली, शत्रुघ्न पासवान, डॉ धर्मवीर सिंह,ऋषभ कुमार, प्रमोद पासवान, अविनाश कुमार, रणधीर सहनी, विपुल कुमार, उमेश राय आदि ने अपनी कला से दर्शकों का मन मोहा। उद्घोषक सुशील कुमार और मो शाहिल रजा थे। इस नाटक में कलाकारों के द्वारा फिल्मी स्टाइल में कला प्रस्तुत किया गया। जिसे देखने के लिए दर्शक अंत अंत तक जमे रहे। कलाकारों ने नाटक में भावनात्मक प्रस्तुति पेश की। जिसे दर्शक भाव विह्वल भी होते रहे। वही कलाकारों ने हास्य दृष्य से भी दर्शकों का खूब हंसा कर लोटपोट किया गया। इस नाटक में नायक नायिका के अलावा अन्य कलाकारों के नृत्य दृश्य पर तो खूब तालियां बजती रही। यह कार्यक्रम कृषक कल्याण सह पुस्तकालय समिति द्वारा कराया जा रहा है। इसमें डॉ विश्वनाथ सिंह, अखिलेश कुमार सुमन, डॉ अजय, आफताब आलम, जय कुमार सिंह, बालेंद्र सिंह आदि महती भूमिका निभा रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने यहां समिति के द्वारा कराए जा रहे कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक क्षेत्र से विलुप्त हो रही कलाओं को उभारने की है।