पातेपुर के बेला दरगाह पंचायत के मुखिया के खिलाफ वार्ड सदस्यों ने मोर्चा खोला ।
पातेपुर के बेला दरगाह पंचायत के मुखिया के खिलाफ वार्ड सदस्यों ने मोर्चा खोला ।
रिपोर्ट नागेंद्र कुमार/ सुधीर मालाकार ।
वैशाली !पातेपुर प्रखण्ड के बेला दरगार पंचायत में मुखिया पति एवम पंचायत सचिव पर मनमानी करने एवम सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का ज्ञापन जिला पदाधिकारी वैशाली,स्थानीय विधायक,जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवम अन्य को सौंपकर जांच करने की मांग की है ।वार्ड सदस्या सह उप मुखिया अफ़सन्न खातून,दसरथ साह,संध्या देवी,मिंटू देवी, विनय कुमार, फरजाना खातून,जयन्ति देवी,सुनीता देवी,मो आरजु,मो इमरान सहित सभी वार्ड सदस्यों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन देते हुए बताया है कि मुखिया पति अविनाश कुमार जो की विकास मित्र के पद पर कार्यरत है ,अपने मनमानी एवम दबंगता पूर्वक पंचायत चलाते है।स्वयं मुखिया सुलेखा कुमारी आज तक किसी बैठक उपस्थित नही हुई है,नही किसी कार्यकारणी की बैठक बुलाई है।पंचायत अंतर्गत जो भी योजना होता है जैसे विकास राशि तथा मनरेगा योजना से जो भी कार्य होता है, उसे अधूरे ढंग मजदूरों के नाम पर गलत ढंग से पंचायत सचिव सुरेश प्रसाद के मिली भगत से भुगतान करा लिया जाता है।.पंचायत में जो भी कार्य कराया गया है उसमें आजतक किसी योजना का बोर्ड नही लगाया गया और नही प्रकरण के अनुसार भी कार्य नही कराया गया। जब प्राकलन के अनुसार कार्य करने के लिए कहा जाता है, तो कहते है आप लोग हमें कुछ भी बोलेंगे तो हम महा दलित है ,आप सभी वार्ड सदस्य को हरिजन एक्ट के तहत केस कर देंगे और जेल भेजवा देंगे ।हमको जैसे काम करना है ,वैसे काम करेंगे। आप लोगों को जहाँ जाना है, जाओ, हमको कोई कुछ नही कर सकता ।क्योंकि हम ऐसे भी 35 प्रतिशत कमीशन देते है।मुखिया या मुखिया पति किसी जन प्रतिनिधि को सम्मान नही देते है ।वार्ड सदस्यों ने यह भी दर्शाया है कि मुखिया पति सभी बैठक का जाली हस्ताक्षर बनाकर वार्ड सदस्य एवम जनता का पंचायत सचिव के मिली भगत से होता है ।जब हम लोग इसका विरोध करते है तो मुखिया पति के द्वारा यह भी कहा जाता है कि सरकारी कर्मचारी मेरे साथ है ,मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता ।गरीब बेघर जो भी प्रधानमंत्री आवास मिला है ,उसमें भी प्रत्येक परिवार से 15 हजार रुपये की वसूली की जाती है।हम लोगों ने जब आवास सहायक से पूछा तो हम क्या करें मुखिया जी का आदेश है।हमको प्रखण्ड में पैसा देना पड़ता हैऔर पंचायत में जो भी मद से कार्य किया जाता है वगैर कार्यकारणी की बैठक मुखिया एवम पंचायत सचिव राशि का भुगतान कर लेते है ।