विशेष शिविर लगाकर रैयतों को भूमि सर्वे से जुड़ी जानकारी दी गई।
देसरी प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय उफरौल के परिसर में रविवार को विशेष शिविर लगाकर रैयतों को भूमि सर्वे से जुड़ी जानकारी दी गई। भूमि सर्वेक्षण शिविर पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि सर्वे की प्रक्रिया बेहद आसान है। सभी लोगों को प्रपत्र 2 एवं खानदानी जमीन में प्रपत्र दो एवं 3 (1) भरकर देना है।खतियानी जमीन के मामले में जिनके नाम से खतियान है, वहां से वंशावली खुद से बनाकर समर्पित करना है। इस पर किसी एक स्थानीय प्रतिनिधि का हस्ताक्षर करा लेना है। यदि वंशजों ने आपस में भूमि का बंटवारा कर लिया है तो उसका शेड्यूल संलग्न करना है।
इसके अलावा प्रपत्र 3 (1) भरते हुए जमीन का रसीद, खतियान, आधार संलग्न करना है। यदि खतियान उपलब्ध हो तो उसकी छाया प्रति लगानी है. यदि जमीन खरीदी गई हो तो प्रपत्र 2 भरते हुए केवाला की छाया प्रति लगानी है। यह जमीन भी यदि पूर्वजों ने खरीदी हो तो जिन्होंने जमीन की खरीद की है, वहां से वंशावली संलग्न करना है। यदि जमीन बंदोबस्त की है तो बंदोबस्ती से जुड़े दस्तावेज व रसीद के साथ प्रपत्र 2 भरना है।यदि किसी भूमि से जुड़े मामले की सुनवाई न्यायालय में हो रही हो तो संबंधित पक्षकार प्रपत्र के जरिए भूमि का ब्यौरा, इस बात का जिक्र करेंगे कि मामला न्यायालय में लंबित है. उन्होंने बताया कि सर्वे में भूस्वामी को सिर्फ इतना ही बताना है कि कौन सी भूमि उनके पास है और उन्हें यह कहां से प्राप्त हुई है, और इससे जुड़े क्या साक्ष्य उनके पास उपलब्ध है। प्रपत्र के जरिए जानकारी उपलब्ध करा देने के बाद इसकी जांच होगी और दी गई जानकारी सही पाए जाने पर रैयतों के नाम से दस्तावेज तैयार होगा। सभी रैयतों से जल्द से जल्द ऑनलाइन या ऑफलाइन कागजात जमा करवाने की अपील किया। शिविर में जिला पार्षद मोहित पासवान, समाजसेवी राजीव पटेल उर्फ पप्पू सिंह, कानूनगो, अमीन समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित हुए,जो अपनी अपनी समस्याओं को रखा।
संवाददाता अभिजीत कुमार देसरी प्रखंड