रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई
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रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई
महनार वैशाली। महनार के लोकप्रिय हरेक के दिलों में राज करने वाले पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी दिवंगत मनोज प्रियदर्शी आज ही की तारीख 10 जून 2021 को कोरोनावायरस से जिंदगी हार कर दुनिया को अलविदा कह दिया था इनकी चौथी पुण्यतिथि हम उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं उनके द्वारा दिए गए प्यार और मार्गदर्शन के लिए हमेशा याद रखा जाएगा ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो इस दुनिया से रुख़्सत होने के बाद अपने पीछे अपना प्रभावी इतिहास छोड़ जाते हैं और उनकी यादें हमेशा दिलो-दिमाग में घर किए होती हैं। दिवंगत मनोज प्रियदर्शी जिनका कोरोना जैसी बीमारी से ग्रस्त होकर तकरीबन 44 साल के उम्र में इस संसार को छोड़कर चल बसे थे। वह मृदुभाषी नेक मिलनसार हंसमुख ईमानदार पदाधिकारी थे वह ऐसे सब पर मेहरबां थे। शायरों ने हमेशा ऐसे नायकों की यादों और अपनी संवेदनाओं को लफ़्जों से नवाजा है। पेश है श्रद्धांजलि स्वरूप याद्गार अशआर…
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई
इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया ।
रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई
चौथी पुण्यतिथि पर उनके जाने का दुःख आज भी हमारे ह्रदय में ताज़ा है हम अल्लाह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले दिलों में राज करने वाले मरते नहीं अमर हो जाते हैं,