भाकपा माले के लोकप्रिय नेता कामरेड विशेश्वर प्रसाद यादव के निधन से माले कार्यकर्ताओं में शोक की लहर
भाकपा माले के लोकप्रिय नेता कामरेड विशेश्वर प्रसाद यादव के निधन से माले कार्यकर्ताओं में शोक की लहर
भाकपा माले वैशाली जिला के सचिव कामरेड विश्वेश्वर यादव का आज सुबह देहांत हो गया। कामरेड विशेश्वर यादव बिहार विधानसभा चुनाव में पिपरा विधानसभा के प्रभारी थे। दो दिनों से उन्हें बुखार था। कल शाम उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया जहां आज सुबह उनकी मृत्यु हो गई।
कामरेड विश्वेश्वर प्रसाद यादव का जन्म 1 जनवरी 1952 को वैशाली जिला के बिदुपुर पंचायत के रंधरा गांव में हुआ था। विशेश्वर यादव के पिता जंग बहादुर सिंह एक संपन्न किसान थे और भारत डेयरी के नाम से पूरे भारत में उनके दूध का कारोबार चलता था। विशेश्वर प्रसाद ने इंटर तक पढ़ाई की । 1977 में यह भाकपा माले में शामिल हुए और वैशाली जिला में सामंती जुल्म के खिलाफ कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। यह एक अच्छे पार्टी संगठक थे। इन्होंने सिवान, दरभंगा और पटना ग्रामीण जिला में पार्टी सचिव के रूप में काम किया। वर्तमान में यह वैशाली जिला के सचिव थे। विशेश्वर जी 2004 में बिहार प्रदेश किसान सभा के वैशाली जिला सचिव बनाए गए। 2014 में इन्हें अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष की जवाबदेही दी गई।
कामरेड विशेश्वर यादव किसानों के एक लोकप्रिय नेता थे। इन्होंने वैशाली में किसानों के जमीन और अधिकारों के लिए कई आंदोलनों का नेतृत्व किया विशेश्वर जी किसानों के हित के लिए लगातार आवाज उठाते रहे। सूदखोरों के खिलाफ भी इन्होंने आंदोलन किया। वैशाली जिला में महिला उत्पीड़न, दलितों या गरीबों पर अत्याचार के खिलाफ आंदोलन खड़ा करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कामरेड विशेश्वर यादव बिहार विधानसभा चुनाव में पिपरा विधानसभा के प्रभारी बनाकर भेजे गए थे और वहां यह लगातार सक्रिय थे।11 नवंबर को मतदान था इससे दो दिन पहले से ही यह बुखार और कुछ तकलीफ महसूस कर रहे थे लेकिन आराम करने के बदले यह लगातार काम में लग रहे। 11 नवंबर को मतदान के बाद रात में ज्यादा तबियत बिगड़ने पर इन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया और आज सुबह उनकी मृत्यु की दुखद खबर मिली।
पिपरा से उनके पार्थिव शरीर को लेकर भाकपा माले के नेतागण आ रहे हैं। उनका शरीर अंतिम दर्शन के लिए बहुआरा के रंदाहा गांव में उनके घर पर रखा जाएगा। कल सुबह 9 बजे कोनहारा घाट के लिए उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी।
उनकी अंतिम यात्रा में भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल समेत राज्य के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
आज उनकी मृत्यु की खबर मिलने के बाद जिले भर से भाकपा माले के कार्यकर्ता उनके घर पहुंचने लगे हैं
