पटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने गुरु गोविंद सिह अस्पताल का किया निरीक्षण।
1 min readपटना जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने गुरु गोविंद सिह अस्पताल का किया निरीक्षण।
रोगी कल्याण समिति गुरु गुरुगोविंद अस्पताल (गिरजा अस्पताल)पटना सिटी है कई सालों से ठप।समिति के नाम पर कई वर्षो से जमे बैठे है समिति के सदस्य।
स्थानिय विधायक ,अधीक्षक एबं अनुमण्डलाधिकार पटनासिटी है इन सब बातों से अभिन्न।
गुरुगोविंद सिंह अस्पताल का आपातकालीन सेवा अस्थ व्यस्त।
आपातकालीन सेवा के नाम पर सिर्फ देखवा। दो लेडी डॉक्टर से चलाए जा रहे है ग्यानी वार्ड।
सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट के साथ मनोज कुमार सिंह कि रिपोर्ट
पटना सिटी:बिहार की राजधानी पटना का पुराना शहर, मोहल्ला पटना सिटी जहां इलाज कराने के लिए 20 किलोमीटर दूर से मरीज आते हैं। मरीजों का भरोसा रहता है यहां आने के बाद उनका इलाज अच्छी तरह होगा क्योंकि पूर्व में गिरजा अस्पताल के नाम से इसको जाना जाता है आज भी पुराने लोग गिरजा अस्पताल ही कहते हैं।
आज यह अस्पताल मे जो सुविधा सरकार की तरफ से दी जा रही है उसका पूरा उपयोग यहां नहीं हो रहा है यहां के कर्मचारी स्वास्थ्य मैनेजर मोहम्मद शब्बीर खान के मिलीभगत से मरीजों को बुनियादी लाभ नहीं मिलने दे रहे हैं, मरीजों के शिकायत पर आज सिविल सर्जन ने अस्पताल का मुआयना कर कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं, पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया बहुत जल्द यहां की व्यवस्था बदलेगी और काम में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। आपको बताते चलें यहां के हेल्थ मैनेजर कई सालों से जमे हुए हैं एवं बहुत सारे सामान की खरीद बिक्री में इनकी भूमिका संदिग्ध है। मामले को जांच कराने के लिए एक सामाजिक कार्यकर्ता ने आर्थिक अपराध इकाई को पत्र लिखा है, पत्र में कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है की हेल्थ मैनेजर के मिलीभगत से ही यहां सारे करनामे होते हैं इसलिए इनकी संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए ताकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का न्याय के साथ विकास के सपनों को साकार किया जा सके क्योंकि मुख्यमंत्री ने कई बार दोहराया है कि भ्रष्टाचार में दोषी पाए गए किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। यही कारण है किसी न किसी रूप में सिविल सर्जन ने अस्पताल का दौरा किया और मातहत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भेजा। कोरोना की जांच करने वाले पदाधिकारी किस तरह पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दे पाए इसको आप वीडियो में देख सकते हैं। कोरोना जांच करने के लिए यहां मरीजों को काफी परेशान किया जाता है जिससे इलाज में बाधा आती है और मरीज परेशान हो जाते हैं इसलिए इन कर्मचारियों पर करवाई करने की आवश्यकता है। अस्पताल में x ray को सुबिधा तो है लेकन दांतो की XRAY के ले दर -दर भटकना पड़ता है। सब बाद बात यह है कि एक ओर भारत सरकार सफाई सुरक्षा पर ध्यान देते हुए समार्ट सिटी बनाने की बात करती है तो ठीक उसी का उल्टा गुरु गोविंद सिह अस्पताल करते दिख रहा है। जरनेटर ,सफाई, पानी के नाम पर शून्य। गुरु गोविंद सिह अस्पताल का बाथरूम मल मूत्र और गंदगी से भरा दिखा गया।