वैदिक रीति से ब्रह्मचारिणी नंदिनी का जन्मोत्सव का आयोजन । / रिपोर्ट सुधीर मालाकार ।
1 min readवैदिक रीति से ब्रह्मचारिणी नंदिनी का जन्मोत्सव का आयोजन । रिपोर्ट सुधीर मालाकार । महुआ( वैशाली )जहां आज पश्चिमी रीति-रिवाजों से अपने बच्चों का जन्म दिवस का आयोजन किया जाता है । बच्चे दीपक जलाने के बदले मोमबत्तियां बुझाने का कार्य करते हैं ।चाकू लेकर केक काटने की रिवाज होती है ।वही महुआ प्रखंड क्षेत्र के ज्ञान ज्योति गुरुकुलम्,सिंघाड़ा शाखा की सातवीं कक्षा की ब्रह्मचारिणी बिटिया नदंनी का वंदना सभा के दरम्यान वैदिक तरीके से जन्मोत्सव मनाया गया। बिटिया ने दीप प्रज्वलित कर वैदिक हवन यज्ञ कर भारत माता और मां सरस्वती को माल्यार्पण एवं पुष्पार्चण कर अपना जन्मोत्सव मनाया । गुरुकुल परिवार द्वारा नंदिनी बिटिया को अंग वस्त्र प्रदान कर, उसपर पुष्पार्चण कर उसे शतायु होने का आशीर्वाद दिया गया।साथ ही सभी ब्रह्मचारी एवं ब्रह्मचारणियों से जन्मोत्सव को मनाने का सही तरीका समझाया गया । ज्ञान ज्योति गुरुकुलम के निदेशक अजीत कुमार ने कहा कि हमारी संस्कृति तमसो मा ज्योतिर्गमय अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर की है। दुर्भाग्यवश हमारे बच्चे मोमबत्ती बुझाकर ,चाकू हाथ में लेकर केक काटकर अपना जन्मोत्सव मनाने में लगें हैं। हमें हमारी संस्कृति और मूल्यों पर गर्व करना सीखना ही होगा ।
अपसंस्कृति फैलाने वाली पश्चिमी सभ्यता से हमें बचना होगा । हर अभिभावक को चाहिए कि अपने बच्चों के जन्म दिवस के अवसर पर वृक्ष लगाएं और असहाय, निर्धनों के बीच जरूरत संबंधी वस्तुओं का वितरण करें ।जिससे हम सबों को आत्म संतुष्टि मिलती है ,लेकिन आज के परिवेश में लोग दिखावे के लिए अंधाधुन वेस्टर्न कल्चर का नकल करते जा रहे हैं ,जो आने वाले समय के लिए घातक सिद्ध होंगे ।उपस्थित जनों ने ब्रह्मचारी नंदनी को आशीर्वचन देते हुए जीवन के हर मोड़ पर कामयाबी की मंगल कामना की।