April 28, 2022

NR INDIA NEWS

News for all

जिलाधिकारी ने महादलित टोला में चमकी पर फैलाई  जागरूकता

1 min read

जिलाधिकारी ने महादलित टोला में चमकी पर फैलाई  जागरूकता

– आंगनवाड़ी केंद्र संख्या- 211 का निरीक्षण किया

मुजफ्फरपुर। 27 अप्रैल
जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर प्रणव कुमार ने आज मुशहरी ग्रामीण के रोहुआ राजाराम पंचायत के  आंगनवाड़ी केंद्र संख्या- 211 का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा केंद्र में संधारित वजन पंजी सहित सभी पंजी की बारीकी से जांच की गई।केंद्र के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं की स्थिति की भी जानकारी ली गई और  महत्वपूर्ण निर्देश इस संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए।सेविका का कार्य संतोषप्रद पाया गया।

एईएस जागरूकता कार्यक्रम

केंद्र के निकट स्थित महादलित टोला में जिलाधिकारी ने एईएस/चमकी बुखार से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम में भाग लिया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अभिभावकों को चमकी बुखार के रोकथाम एवं बचाव को लेकर क्या करें ना करें संबंधित विस्तृत जानकारी साझा की गई।उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि बच्चों को धूप में न खेलने दें एवं बच्चों को भरपेट भोजन करावे। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे में एईएस का लक्षण दिखाई पड़े तो तत्काल टैग किए गए वाहनों अथवा किसी भी वाहन के माध्यम से निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शीघ्र भेजना सुनिश्चित करें ताकि बच्चे का इलाज ससमय किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी वाहन से बच्चे को अस्पताल ले जाने पर सरकार द्वारा निर्धारित भाड़ा तत्काल दे दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने उपस्थित सेविका/ सहायिका आशा तथा जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिदिन होम विजिट करते हुए अभिभावकों को जागरूक करें। लाइन लिस्टिंग किए गए सभी बच्चों पर विशेष नजर रखी जाए।अभिभावकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पीड़ित बच्चों के इलाज को लेकर सभी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।एईएस/चमकी बुखार को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है। यदि लक्षण दिखाई दे तो तत्काल बच्चे को अस्पताल ले जाना सुनिश्चित किया जाए। अभिभावकों के मोबाइल में आंगनवाड़ी सेविका, आशा वाहन ड्राइवर एवं चिकित्सा प्रभारी का नंबर सेव है कि नहीं इसकी भी जांच  द्रैंडम्बली की गई। पाया गया कि नंबर सेव है।

अंचल कार्यालय का निरीक्षण

जिलाधिकारी द्वारा मुशहरी अंचल कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने निर्देश दिया कि लंबित कार्यों का निष्पादन शीघ्रता से की जाय ।
जिलाधिकारी ने कहा कि ससमय निष्पादन को लेकर अपने कर्तव्यों का गंभीरता पूर्वक निर्वहन करें ताकि आम लोगों को परेशानियों से रूबरू नहीं होना पड़े। मुख्य रूप से ऑनलाइन म्यूटेशन ,एलपीसी परिमार्जन की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में ऑनलाइन म्यूटेशन 90% से ऊपर पाया गया। कुछ रेकर्ड भी देखे गए जिसमे अस्वीकृत आवेदनों के कारणों को जायज भी पाया गया। उन्होंने  निर्देश दिया कि कि लोगों को स- समय सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि आवेदकों द्वारा आपत्ति का निराकरण स-समय किया जा सके और कम से कम आवेदनों को अस्वीकृत किया जा सके। इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। परिमार्जन और एलपीसी की स्थिति  संतोषजनक पाई गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

Copyright © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.