महुआ-चकसिकंदर जर्जर और खंडहर सड़क निर्माण से दर्जनों गांवों के लोगों में खुशी
1 min readदक्षिण इलाके के लोगों को अब महुआ आना हुआ आसान, कम गई 15 किलोमीटर की दूरी
महुआ-चकसिकंदर जर्जर और खंडहर सड़क निर्माण से दर्जनों गांवों के लोगों में खुशी
सड़क निर्माण से महुआ के दक्षिणी भाग के लोगों की 15 किलोमीटर कम गई दूरी
महुआ। नवनीत कुमार
महुआ-चकसिकंदर सड़क निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। सड़क में पुलिया का निर्माण कार्य जारी है। अब इस सड़क को बन जाने से महुआ के दक्षिणी इलाके के लोगों को बाजार आने के लिए 15 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी कम गई है। खासकर महुआ प्रखंड की दक्षिणी छोर और राजापाकर प्रखंड के पूर्वी छोड़ के लोगों को सड़क की बदहाली का दंश झेलना पड़ता था। उक्त सड़क की बदहाली के कारण 25 किलोमीटर दूर हाजीपुर जाना पड़ता था। अब इस सड़क निर्माण से 12 किलोमीटर दूर महुआ बाजार करने के लिए पहुंचने लगे हैं।
बुधवार को सड़क की निर्माण होने की अंतिम चरण को देखते हुए ग्रामीणों ने खुशी जताया और कहा कि अब उनके दिन बहुड़े हैं। बगल के महुआ बाजार जाने के लिए 15 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करने पड़ते थे। अब इस सड़क बन जाने से उनकी दूरी कम गई है और महुआ बाजार से आवागमन सुलभ हो गया है। यहां महुआ प्रखंड की हसनपुर ओस्ती, माधोपुर, परसोनिया, मिर्जानगर, ताजपुर बुजुर्ग, कड़ियों आदि गांव के लोगों ने बताया कि यह सड़क उनके लिए सुलभ बन गया है। बगल के 5 किलोमीटर दूर महुआ बाजार जाने के लिए 15 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करने पड़ते थे। वह गांव के विभिन्न रास्तों से होकर महुआ हाजीपुर मार्ग पर कन्हौली, पानापुर, शिहपुर, रानीपोखर, बेलकुंडा आदि चौक को पहुंचे थे और तब जाकर यहां अनुमंडल बाजार पहुंचना पड़ता था। जबकि अब उन्हें उक्त सड़क निर्माण हो जाने से बाजार पहुंचना आसान हो गया है। बगल के 5 किलोमीटर दूर बाजार जाने के लिए उन्हें 15 से 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी।
कई ग्रामीण सुदूर इलाकों को छूते हुए चकसिकंदर तक पहुंचती है सड़क:
महुआ के जवाहर चौक से निकलकर पंचमुखी चौक, महुआ मुकुंदपुर, फुलवरिया, ओस्ती, हरपुर, परसोनिया, मिर्जानगर, कड़ियों, बखरी बराई, चौसीमां, कल्याणपुर, फरीदपुर, अलीपुर, बरियारपुर झखराहा आदि गांवों को छूते हुए यह सड़क हाजीपुर-जन्दाहा एनएच पर चकसिकंदर के पास मिलती है। इस सड़क का निर्माण हो जाने से दर्जनों गांवों के लोगों को महुआ की दूरी 15 किलोमीटर घट जाने से बाजार आना काफी सुलभ हो गया है। वह 25 किलोमीटर दूर हाजीपुर को छोड़कर 12 किलोमीटर दूर महुआ पहुंचने लगे हैं। बरियारपुर के उमेश सिंह, वरुण कुमार सिंह, रूबी कुमारी, डाली कुमारी, आशा रानी, सुनैना सिंह, पूजा कुमारी, रामनरेश सिंह, दिनेश सिंह, दिलीप प्रसाद सिंह, गणेश सिंह, सुबोध सिंह, रामप्रवेश राय, अनिल राय, कमलेश कुमार, कढियों के अजीत कुमार सिंह, विश्वबंधु सिंह, वीरचंद्र सिंह, गणेश, अर्जुन, महेश आदि ने बताया कि इस सड़क का निर्माण हो जाने से गांव की रौनक बढ़ गई है। जहां लोग आने से कतराते थे। अब उनके आगमन से गांव गुलजार होने लगा है। उक्त सड़क का अस्तित्व खो जाने के कारण लोग यहां आने से मुंह मोड़ते थे। यहां गांव में आने के लिए लोगों को खंडहर सड़क से होकर 15 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी। उन्होंने यह भी बताया कि वह शादी विवाह, जनेऊ, मुंडन, विभिन्न संस्कार आदि करने के लिए गांव को छोड़ शहर में जाते थे और भाड़े पर भवन लेकर वे शुभ कार्य को करते थे। इससे उनकी आर्थिक बोझ बढ़ती थी। अब सड़क बन जाने से सारे कार्य गांव के घर पर ही कर रहे हैं। जिससे उनकी आर्थिक बचत हो रही है।
नवनीत कुमार,
मीडिया महुआ