रात्रि बैठक कर किसान- मजदूरों को संगठित करने में जुटी माले
1 min readरात्रि बैठक कर किसान- मजदूरों को संगठित करने में जुटी माले
खेग्रामस एवं किसान महासभा का सदस्यता अभियान तेज
*6 अगस्त को सैकड़ों किसान प्रखंड कार्यालय का करेंगे घेराव- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह*
*विकास, योजनाओं में लूट- भ्रष्टाचार बदस्तूर जारी, माले तेज करेगी आंदोलन- सुरेंद्र*
ताजपुर / समस्तीपुर (अब्दुल कादिर ) 15 जुलाई 2022
बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने को दिनभर खेत- खलिहानों में व्यस्त रहने वाले लोगों के ईलाके में खेग्रामस एवं किसान महासभा ने रात्रि बैठक सह सदस्यता अभियान शुरू किया है. यह सफल साबित हो रहा है. इसमें किसान- मजदूरों की बड़ी भागीदारी हो रही है. गुरूवार की रात्रि मोतीपुर दक्षिणबाड़ी टोला स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर पर एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता स्थानीय किसान अनील सिंह ने किया. संचालन किसान महासभा के प्रखण्ड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया. बतौर अतिथि बैठक में भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह उपस्थित रहे. बैठक में अरविंद सिंह, मुकेश कुमार सिंह, अमरेश प्रसाद सिंह, चंदेश्वर सिंह, पंकज कुमार सिंह,दीपन कुमार सिंह, ब्रहमदेव सिंह, संजीव कुमार सिंह, भोला सिंह, राजदेव कुमार सिंह, मंजय कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, मुकेश कुमार सिंह, राजकिशोर सिंह समेत अन्य लोगों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किया. मौके पर 50 से अधिक लोगों को खेग्रामस एवं किसान महासभा का सदस्य बनाया गया.
बैठक को संबोधित करते हुए अपने अध्यक्षीय संबोधन में किसान महासभा के प्रखण्ड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि ताजपुर विकास के बदले विनाश की ओर बढ़ रहा है. आगे-आगे सड़क, नाला, पुलिया, पोखर घाट बनता जाता है और पीछे से टूटता जाता है. किसान- मजदूर पहले से तबाह है. अब व्यवसाइयों की भी तबाही शुरू हो गया है. सब्जी के खरीददार नहीं मिलने के कारण किसानों को सब्जी फेंकना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर अगली फसल के लिए यूरिया, डीएपी आदि खाद का भयंकर आभाव है. किसानों की रही- सही कमर सुखाड़ ने तोड़ दिया. धान का बिचड़ा सुख रहा है. दूर तक वर्षा होने का आसान नहीं दिखता है. किसान किंकर्तव्यविमूढ़ है.
वर्षों से पोखर के भींडे एवं सरकारी जमीन पर बसे भूमिहीन को सरकार के आदेश पर उजाड़ने की कोशिश हो रही है. बेतहाशा महंगाई ने गरीबों के मुंह से निबाला छीन रही है.
ऐसी स्थिति में सरकार से ताजपुर को सुखाग्रस्त घोषित कर राहत पैकेज देने, केसीसी लोन माफ करने, अगली फसल के लिए नि: शुल्क बिजली, पानी, खाद, बीज, कृषि यंत्र आदि देने, भंग बाजार समिति को बहाल करने को लेकर 6 अगस्त को प्रखण्ड पर आहुत प्रदर्शन को बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने की अपील उपस्थित किसानों से की गई.