August 30, 2022

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*दलसिंहसराय के लाल दुबई में किए गये सम्मानित*

*दलसिंहसराय के लाल दुबई में किए गये सम्मानित*

दलसिंहसराय (जकी अहमद)

शहर के मंगल साह चौक निवासी युवा होमियोपैथी चिकित्सक डॉ0 आनंद कुमार को राष्ट्रीय लेख प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला है। विगत 29 अगस्त को बर्नेट होम्योपैथी द्वरा आयोजित वर्ल्ड हेल्थ समिट के अवसर पर राष्ट्रीय लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। अलग अलग तीन वर्ग मे ऑटिजम और एडीएचडी विषयों पर पूरे देश से लेख आमंत्रित किए गये थे। होम्योपैथिक चिकित्सक वर्ग के तहत डॉक्टर आनंद कुमार का लेख सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ सांसद दिनेश लाल निरहुआ के द्वारा प्रथम पुरस्कार एवं मोमेंटो भेट कर सम्मानित किया गया। जहाँ पूर्व क्रिकेटर श्रीशांत और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह एवं दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी, मंदिरा बेदी, भोजपुरी स्टार अक्षरा सिंह के साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी एवं अरिजीत सारस्वत उपस्थित रहे। इस प्रतियोगिता में पूरे विश्व से लगभग 300 से ज्यादा होम्योपैथिक चिकित्सकों ने भाग लिया था। डॉ0 आंनद कुमार के इस उपलब्धि पर उनके पिता डॉ0 अजय चौधरी के साथ साथ पूर्व उपमुख्य पार्षद चंदन प्रसाद, राज दीपक, सोनू सिंह, रमेश सिंह, हर्ष चौधरी, डॉ0 संजीव, अजीत राजा पोद्दार, ओम नारायण शर्मा सहित ग्रामीणों ने गर्व महसूस किया है औऱ राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रौशन करने के लिए बधाई दिया है।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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