” भारत रत्न ” पूर्व प्रधानमंत्री स्व: इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में मनाई गई
” भारत रत्न ” पूर्व प्रधानमंत्री स्व: इन्दिरा गांधी की पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में मनाई गई ।
महुआ से मोहन कुमार की रिपोर्ट
महुआ प्रखंड के कन्हौली में सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रामजी चौधरी स्मृति भवन पर “भारत रत्न” पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की 38 वीं पुण्यतिथि राष्ट्रीय शहादत दिवस के रूप में मनाई गई । श्रद्धांजलि सभा कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के प्रदेश महासचिव अशोक कुमार जयसवाल द्वारा किया गया । श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए अपनी कुर्बानी दी । उन्होंने कहा कि देश में गरीबी हटाने का कार्यक्रम को प्रधानता दी और इसी के तहत बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया । आगे उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी सरकार एवं संगठन में अनुशासन का बहुत महत्व देती थी एवं दूर दृष्टि, पक्का इरादा उनके व्यक्तित्व के मूल मंत्र थे। यह पहला मौका था सन् 1971 में पाकिस्तान को दो टुकड़े में बांट चुकी थी वह लड़ाई संसार के सैन्य इतिहास में हमेशा ऊंचा मुकाम रखेगी कि जब किसी देश के 93 हजार कर्मियों को हिंदुस्तानी फौज के समक्ष घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा । सोवियत संघ के साथ दीर्घकालीन सामरिक समझौता कर उन्होंने भारत को नई बुलंदी और सुरक्षा प्रदान की थी । 18 मई 1974 को पोखरण में पहला परमाणु परीक्षण उनके नेतृत्व में भारतीय आत्मविश्वास के जयघोष से कम अहमियत नहीं रखता । इस मौके पर वैशाली जिला मुखिया संघ के सचिव संजीत कुमार राय ,अनिल कुमार सुमन ,राजकमल जयसवाल, विश्वनाथ बैठा, सुमित सहगल माया साह, ललिता देवी, रामपुकार राय ,ऋतुराज , ऋतुरानी ,अजय राय ,टोनी कुमार, महेश पासवान ,सन्नी कुमार ,मोहन कुमार आदि लोगों ने उपस्थित होकर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी ।