अस्पताल से शव घर आते ही परिजनों में मची चीख-पुकार, मृतक को अंतिम दर्शन करने के लिए उमरी भीड़ से अस्त व्यस्त व गोरीगामा गांव
1 min readअस्पताल से शव घर आते ही परिजनों में मची चीख-पुकार, मृतक को अंतिम दर्शन करने के लिए उमरी भीड़ से अस्त व्यस्त व गोरीगामा गांव
महुआ, नवनीत कुमार
सड़क दुर्घटना में घायल अधेड़ की मौत गुरुवार की भोर में इलाज के दौरान आईजीएमएस में हो गई। यह मनहूस खबर मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव गांव लाया गया। जहां अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ से गोरीगामा गांव अस्त-व्यस्त हो गया।
मृतक 52 वर्षीय अशर्फी राय महुआ के विशनपुर हीराराम उर्फ पहाड़पुर पंचायत वार्ड संख्या गोरीगामा गांव के वार्ड संख्या 10 के रहने वाले थे। वह बीते मंगलवार को महापर्व छठ का प्रसाद पहुंचाने के लिए बहन के यहां सराय मरिचा गए थे। प्रसाद पहुंचाने के बाद वह अपने नाती महुआ थाने के ही चकमजाहिद निवासी धर्मेंद्र राय के पुत्र 9 वर्षीय अक्षय कुमार के साथ बाइक से लौट रहे थे। लौटने के दौरान इमादपुर भाया पहाड़पुर मंगरू चौक सड़क पर कोआरी मोड़ के पास एक टेंपो से जोरदार टक्कर हो गई। इस टक्कर में वह गंभीर रूप से घायल हो गए और नाती अक्षय का हाथ टूट गया। लोगों ने उन्हें और नाती को उठाकर आनन-फानन में इलाज के लिए महुआ अस्पताल भेजा जहां से स्थिति नाजुक देखते हुए पटना रेफर किया गया था।
पत्नी माला और 4 बच्चों का सिर से उठा साया:
असर्फी राय की मौत से तो पत्नी माला और 4 बच्चों के सिर से साया उठ गया। शव पर पत्नी के विलाप से सबका कलेजा दहल जा रहा था। अब वह किसके सहारे जिएगी। मृतक की कमाई से घर परिवार चल रहा था। मृतक के इकलौता पुत्र सन्नी और तीनों पुत्री बेबी, पुतुल व पूजा की शादी हो चुकी है। यह मनहूस खबर सुनकर तीनों बेटियां ससुराल से भागी भागी मायके पहुंचे। पिता के शव आते ही वह कलेजा पीट-पीटकर रोने लगी। अब कौन उसे देखेगा। तीनों बेटियां पिता की मौत पर काफी सदमे में थी और उसे लोग ढांढस बंधा रहे थे। पत्नी माला तो विक्षिप्त से बनी थी। मृतक खेती गृहस्थी और मवेशी पालन कर घर परिवार चलाते थे। घटना से पूरा गांव गमगीन था। गांव में इस घटना से दोनों वक्त चूल्हे नहीं जले। घटना पर लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन से मृतक के परिजन को आपदा के तहत मुआवजा देने की मांग की है।