बिहार में सरकारी अस्पताल सिर्फ़ भगवान के भरोसे चल रहा है:- अकबर अली
1 min readबिहार में सरकारी अस्पताल सिर्फ़ भगवान के भरोसे चल रहा है:- अकबर अली
समस्तीपुर (जकी अहमद)
राजद पार्टी के प्रदेश अल्पसंखयक के महासचीव अकबर अली ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा की बिहार राज्य में ‘ राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एक ग्रामीण ‘ भारत वर्ष में ग्रामीण स्वास्थ्य सुधार के लिए ‘ यह राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम है।बिहार में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुरक्षा के नाम पर सिर्फ़ खानापुर्ति किया जाता रहा है ‘ बिहार में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा का बहुत बुरा हाल है ‘ सरकारी स्वास्थ्य सेवा गाँव से लेकर शहर तक की हालत काफी चिंताजनक स्थिति में है। बिहार में अनुमंडलीय अस्पताल एवं प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों पर सामान्य सुविधाएं तक प्राप्त नहीं कराएं जाते है। बिहार में सरकारी अस्पतालों में कुव्यवस्था और विभागीय अनदेखी के कारण रोगियों के परिजनों का हंगामा बहुत आम बात है-आर्थिक रूप से लाचार ‘ गरीब ‘ असहाय ‘ लाचार मरीज़ ईलाज के बिना ही दम तोड़ देते है । बिहार राज्य में 72 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है ‘ बिहार में 69 फीसदी ग्रामीण क्षेत्रों के रोगियों के द्वारा सरकारी अस्पतालों की सुविधाएं नही लेते-क्योंकि-वह मानते है कि-बिहार में सरकारी अस्पतालों में समय पर रोगियों का ईलाज नही होता है। आजादी के वर्षों बाद भी बिहार में सरकारी अस्पतालों की हालतों में कोई सुधार विभाग के द्वारा क्यों नही किया गया है ‘ ऐसे हालतों में प्राईवेट नर्सिंग होम का खुलाब तो कुकुरमुत्तों की तरह संचालित है।प्राईवेट अस्पतालों का उद्देश्य-आम मरीजों की सेवा करना नही है-बल्कि सेवा की आड में मेवा अर्जित करना है-जबकि प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज कराना इतना मंहगा है कि ‘ मरीजों को अपना घर ‘ खेत-खलिहान गिरवी रखने के बाद भी मरीजों की हालतों में कोई सुधार नही किया जाता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य ग्रामीण मिशन के तहत-बिहार में 83 फीसदी पद खाली पडें है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य ग्रामीण मिशन के तहत-814 विशेषज्ञ डाक्टरों के स्थान पर 113 विशेषज्ञ डाक्टर कार्यरत है ‘ वहीं 915 सामान्य डाक्टरों के स्थान पर मात्र-289 डाक्टर कार्यरत है ‘ स्टाफ नर्सिंग में 5236 पद स्वीकृत है-421 ही कार्यरत है ‘ लैब टेक्नीशियन के-10841 पद स्वीकृत है-लेकिन मात्र-486 लैब टेक्नीशियन कार्यरत है। बिहार में सरकारी अस्पतालों में बढाई जानें वाली सुविधाएं प्रभावित हो रही है ।बिहार में स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी के वजहों से बिहार राज्य के सरकारी अस्पतालों पर बहुत बुरा असर पड रहा है।