एनीमिया मुक्त भारत की संकल्प को सकार करने की कोशिश 23 प्रचार वाहन विभिन्न प्रखंड एवं पंचायत के टोलों के लिए रवाना।
एनीमिया मुक्त भारत की संकल्प को सकार करने की कोशिश 23 प्रचार वाहन विभिन्न प्रखंड एवं पंचायत के टोलों के लिए रवाना।
ब्यूरो चीफ अंजुम शहाब की रिपोर्ट मुज़फ्फरपुर बिहार।
एनीमिया मुक्त भारत की संकल्प को साकार करने की कोशिश में आज जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार ने जिले में समाहरणालय परिसर से 23 प्रचार वाहन को विभिन्न पंचायत प्रखंड टोला के लिए रवाना किया जो घूम घूम कर एनीमिया मुक्त जिला बनाने को लेकर जिले को एनीमिया से मुक्त करने को लेकर जनमानस में व्यापक प्रचार प्रसार करेगा। हरी झंडी दिखाकर जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार सिविल सर्जन डीपीएम स्वास्थ्य ने इसे रवाना किया। इसके बाद एनीमिया तथा अनुषंगी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सभा भवन में बैठक की गई। जिसमें डीपीएम स्वास्थ्य ने पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी सदस्यों के बीच रखी । जिला पदाधिकारी ने कहा कि यह एक कन्वर्जेंस प्रोग्राम है समेकित प्रयास से ही जिले को एनीमिया फ्री बनाया जा सकता है ।जिला पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षा, जीविका, आईसीडीएस, स्वास्थ्य की सेवाओं को धरातल पर उतारने के लिए महत्वपूर्ण कंसर्निंग विभाग है ।कई ऐसे प्रोग्राम जिसकी सफलता में आईसीडीएस की महत्वपूर्ण भूमिका है। आंगनबाड़ी केंद्रों एवं विद्यालयों में किशोर में किशोरियों के बीच आयरन टेबलेट की गोली का सेवन एक महत्वपूर्ण इस अभियान का हिस्सा है ।इसके वितरण को लेकर जिला पदाधिकारी ने कहा कि स समय आपूर्ति वितरण और सेवन इस अभियान का सफल होने में महत्वपूर्ण बिंदु है ।उन्होंने लगातार नियमित रूप से प्रखंड स्तर पर भी समीक्षा करने का निर्देश दिया। प्रत्येक 15 दिन पर नियमित रूप से बैठक करें। प्रखंड स्तर पर कन्वर्जेंस टीम बनाकर समीक्षा करें । बीआरसी के माध्यम से विद्यालयों में दवा का वितरण और रिपोर्टिंग का कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मजबूत शरीर में ही मजबूत दिमाग वास करता है। डीपीएम स्वास्थ्य ने भी प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रम की चर्चा किया उन्होंने कहा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में अच्छे एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा लाभ उठाने वाले बेटी को सम्मानित भी किया जाएगा ।इसे लेकर जागरूक करने और आईईसी के माध्यम से प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश स्वास्थ्य विभाग के टीम को दी गई। बैठक में सिविल सर्जन डीपीएम जीविका ,स्वास्थ्य ,आईसीडीएस के प्रतिनिधि डीपीआरओ दिनेश कुमार भी उपस्थित थे*