लोक आस्था का महापर्व चैती छठ उदयाचलगामी सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न।
1 min readलोक आस्था का महापर्व चैती छठ उदयाचलगामी सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न।
रिपोर्ट सुधीर मालाकार।
वैशाली !हाजीपुर ,चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के उदयाचलगामी सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न हो गई ।जिले के विभिन्न नदी , जलाशयों ,घरों पर छठ वर्तियों द्वारा शाम में डूबते सूरज को अर्घ्य देकर प्रथम पूजन पूर्ण की थी। यह पर्व वर्ष में दो बार मनाई जाती है ,जिसमें कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को तथा चैत महीने के शुक्ल पक्ष षष्ठी को सूरज की उपासना की जाती है। इस व्रत को करने वाली प्रथम दिन नहाय खाए ,दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूरज को संध्याकालीन प्रथम अर्घ्य तथा चौथे दिन उदयाचल गामी सूरज के द्वितीय अर्घ्य दी जाती है। इसमें पूर्ण भक्ति भाव रखकर इस पर्व की पूर्णाहुति की जाती है। चैती छठ में कार्तिक छठ वाला उत्साह तो देखने को नहीं मिलता है लेकिन श्रद्धा तनिक भी कम नहीं होती है। विभिन्न नदियों, जलाशयों में पानी कम होने के कारण या प्रशासनिक व्यवस्था न होने के कारण छठ वर्ती अपने-अपने घर पर पर्व करना मुनासिब समझती हैं ।यह पर्व हाजीपुर ,लालगंज ,वैशाली ,पटेरी बेलसर, गोरौल, भगवानपुर ,चेहरा कला, महुआ, पातेपुर ,जंदाहा, महनार , सहदेई बुजुर्ग ,देसरी बिदुपुर ,राघोपुर ,राजापाकर, सहित अन्य जगहों पर श्रद्धापूर्वक मनाई गई।