संपूर्ण स्वास्थ्य का आधार: राजयोग का नियमित अभ्यास – डॉ० पुष्पा पांडेय
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संपूर्ण स्वास्थ्य का आधार: राजयोग का नियमित अभ्यास – डॉ० पुष्पा पांडेय
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में मध्य प्रदेश के जबलपुर से वहां की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञा डॉ० पुष्पा पांडेय पधारीं, जो इस आध्यात्मिक संस्थान से विगत 40 वर्षों से जुड़ी हुई हैं और यहां के राजयोग मेडिटेशन द्वारा अनेक प्रयोग करके बीमारियों को ठीक किया है। उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली और राजयोग मेडिटेशन के व्यावहारिक क्रियान्वयन पर अपने अनुभव साझा किये।
उन्होंने संपूर्ण स्वास्थ्य के तीन पहलुओं शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से बताया। शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आहार, व्यायाम और विश्राम तीनों की गुणवत्ता महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि परमात्मा की याद में बनाया गया और सही समय पर किया गया सात्विक आहार हमारे लिए दवा और दुआ का काम करता है। भोजन में पके हुए अन्न की अपेक्षा मौसमी फलों की मात्रा अधिक होनी चाहिए। प्रतिदिन प्रातः काल सूर्योदय के पश्चात आधे घंटे के लिए तेज गति से टहलना सबसे अच्छा व्यायाम है। उन्होंने अच्छी नींद के लिए नुस्खा बताते हुए कहा कि नींद के लिए जिम्मेदार हार्मोन मेलाटोनिन समय पर स्रावित हो, इसके लिए दिन में कम-से-कम 15 मिनट धूप का सेवन अवश्य करना चाहिए। रात को सोने से 1 घंटे पूर्व एवं सुबह उठने के 1 घंटे बाद तक मोबाइल से दूरी बनाए रखनी चाहिए। दिन के समय सक्रिय रहने से रात को समय पर अच्छी और गहरी नींद आती है और प्रातः काल हम आसानी से जल्दी उठ पाते हैं।
मानसिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सिखाया जा रहा श्रेष्ठ ज्ञान एवं राजयोग की शिक्षा अत्यंत कारगर है।
अंत में उन्होंने अपनी आत्म-शक्ति और परमात्म-मदद के अद्भुत अनुभव को साझा करते हुए कहा कि उन्हें भी कुछ वर्षों पहले कैंसर हो गया था। इस बीच उन्होंने एक चिकित्सक के रूप में अपनी चिकित्सा सेवाएं जारी रखते हुए इस बीमारी का इलाज भी जारी रखा। कुछ समय के बाद ज्यादा लाभ नहीं मिलने पर उन्होंने राजयोग के अनेक प्रयोग अपनी बीमारी पर करने शुरू कर दिए और मात्र 90 दिनों के प्रयोग के बाद परिणाम हैरान कर देने वाला था। उनके शरीर से कैंसर की बीमारी जड़ से मिट चुकी थी। आज 70 वर्ष की आयु में वे स्वयं को पहले से ज्यादा तंदुरुस्त और सक्रिय महसूस करती हैं। अपने इस अनुभव से उन्होंने आध्यात्मिक स्वास्थ्य के महत्व को बताया, जो सर्वांगीण स्वास्थ्य की कुंजी है। आज स्वास्थ्य के इसी पहलू को नजरअंदाज किया जा रहा है। यही कारण है कि चिकित्सा सेवाएं लगातार तीव्र गति से बढ़ने के बावजूद भी रोगों और रोगियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। उन्होंने स्वास्थ्य के इस पहलू पर ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि इस पर ध्यान देने से हमारे जीवन में खुशी, शान्ति और समृद्धि आने लगती है।
डॉ० पुष्पा पांडेय का स्वागत ओम प्रकाश भाई ने एवं धन्यवाद कृष्ण भाई ने किया।
इस मौके पर सविता बहन, कंचन बहन, पूजा बहन, कृष्ण कुमार अग्रवाल, राजकुमार भाई, तरुण भाई, वरुण भाई, विनय भाई, प्रणय भाई, सुनील भाई, मनोहर लाल भाई सहित सैकड़ो भाई-बहन मौजूद थे।