सदर एमसीएच में हुई भामिनी सॉफ्टवेयर की शुरुआत – आसान हो जाएकी रजिस्ट्रेशन की सुविधा – रिपोर्ट साथ रखने की जिम्मेदाी से मिलेगी मुक्ति
1 min readसदर एमसीएच में हुई भामिनी सॉफ्टवेयर की शुरुआत
– आसान हो जाएकी रजिस्ट्रेशन की सुविधा
– रिपोर्ट साथ रखने की जिम्मेदाी से मिलेगी मुक्ति
मुजफ्फरपुर, 23 मार्च ।
सदर अस्पताल के मातृ एवं शिशु भवन में मंगलवार को भामनी सॉफ्टवेयर की शुरुआत हुई। इस सॉफ्टवेयर की मदद से सभी मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, ओपीडी, नर्सिंग स्क्रीनिंग, पैथोलॉजी टेस्टिंग की सुविधा पूरी तरह सुगम और ऑनलाइन हो गयी है। इससे मरीजों का अब अस्पताल में इलाज के लिए ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना होगा। इसके पहले बोचहां और कुढ़नी में इस सॉफ्टवेयर की मदद से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है।
रिपोर्ट नहीं लेकर आने पर भी नहीं होगी परेशानी
केयर के नसीरु होदा ने बताया कि यह कार्यप्रणाली बिल्कुल ऑनलाइन है। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद मरीज की स्क्रीनिंग नर्सों द्वारा की जाएगी। फिर डॉक्टर और संबंधित पैथोलॉजी के पास भेजा जाएगा। इस सॉफ्टवेयर की खासियत है कि प्रत्येक मरीज के उपचार, रिपोर्ट की जानकारी संरक्षित रहेगी। जिससे अगर कोई अपनी जांच रिपोर्ट लाना भूल भी गया है तो इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जो मरीज की आइडी होगी उससे उसके रिपोर्ट पता चल जाएगा। इस सॉफ्टवेयर में उपचार के हरेक स्तर की जानकारी उपलब्ध होगी।
ई संजीवनी का बन सकता है विकल्प
भामनी सॉफ्टवेयर को भविष्य में ई संजीवनी के विकल्प के तौर पर भी देखा जा रहा है। ई संजीवनी में जहां सिर्फ मरीजों को ओपीडी की सुविधा मिलती है वहीं भामनी में उपचार की सारी विधियों का डेटा भी सुरक्षित रहती है। सदर में भामनी के उद्घाटन के मौके पर केयर इंडिया संस्था से सहयोग प्रधान सचिव स्तर से लिया गया है। जिसके संचालन हेतु अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार एवम केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी, सुधीर पारेख, बीएम सैयद नसीरूल होदा, सोनी कुमारी, अभिलाषा प्रिया, विशाल एवम चंदन उपस्थित थे।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।