May 26, 2022

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खरीफ महा अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला -सह- प्रशिक्षण कार्यक्रम जिले के मझौलिया स्थित रेणुका पैलेस में आयोजित की गई*

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*खरीफ महा अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला -सह- प्रशिक्षण कार्यक्रम जिले के मझौलिया स्थित रेणुका पैलेस में आयोजित की गई*

*ब्यूरो चीफ अंजुम शहाब* *की रिपोर्ट* *मुजफ्फरपुर* ( *बिहार*)


इस मौके पर सूक्ष्म सिंचाई रथों को जिलाधिकारी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर प्रचार-प्रसार हेतु जिले में रवाना किया गया। मौके पर उपस्थित जिलाधिकारी ने कहा कि उन्नत खेती के लिए आवश्यक जानकारी का प्रचार -प्रसार एवं किसानों के लाभ के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी देने के लिए सभी प्रखंडों में जन जागरूकता के उद्देश्य से खरीफ महाअभियान रथ को को रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि रथों के माध्यम से सभी प्रखंड के गांवों में घूम-घूम कर लोगों को कृषि विभाग द्वारा संचालित किसान लाभकारी योजनाओं के बारे जानकारी दी जाएगी ताकि किसानों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके।

वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पदाधिकारी श्री प्रणव कुमार एवं राज्य स्तरीय नोडल पदाधिकारी निदेशक भूमि संरक्षण बिहार पटना श्री वेंकटेश नारायण सिंह रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह के द्वारा की गई। संयुक्त निदेशक (शस्य) तिरहुत प्रमंडल, निदेशक लीची अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर, जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी, केवीके तुर्की के प्रमुख वैज्ञानिक, प्रखंड स्तरीय पंचायत एवं स्तरीय समिति सभी कृषि कर्मी तथा प्रगतिशील कृषकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा मुख्य अतिथि एवं सभी उपस्थित अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों के स्वागत के साथ किया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा परंपरागत कृषि की उपयोगिता एवं मुजफ्फरपुर जिला में कृषि के अवसर पर प्रकाश डाला गया। संयुक्त निदेशक(शस्य) के द्वारा किसानों के लिए उपयोगी योजनाओं ,मृदा स्वास्थ्य कार्ड की महता एवं उर्वरक के संतुलित उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री वेंकटेश नारायण सिंह के द्वारा खरीफ महा अभियान के सभी प्रमुख आयाम जैसे कि बदलते मौसम के परिपेक्ष्य में खेती, वैज्ञानिक खेती, प्राकृतिक खेती,
जलच्छादन एवं खरीफ फसलों की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया कराई गई।

जिला कृषि अधिकारी द्वारा समेकित कृषि प्रणाली जल जीवन हरियाली एवं योजनाओं की ससमय क्रियान्वयन पर बल दिया गया। पूसा स्थित केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर एनके सिंह के द्वारा धान की सीधी बुवाई तकनीक के द्वारा खेती में लागत खर्च में कमी के साथ बदलते मौसम के प्रभाव के समन के बारे में बताया गया। केवीके तुर्की के वरीय वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष के द्वारा जैविक खेती के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। डॉ कुलदीप पांडे वैज्ञानिक केवीके सरैया द्वारा जलवायु अनुकूल उद्यानिकी फसलों की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की गई। सहायक निदेशक उद्यान के द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना एवं अन्य योजनाओं के बारे में बताया गया। सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण द्वारा यंत्रीकरण योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।

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