भाई-बहन के अटूट प्यार का लोक पर्व भैया दूज ,श्रद्धा और प्रेम पूर्वक मनाया गया।
1 min readभैया दूज पर गुंजे, राम भैया चलले अहेरिया बेला बहिन देलीन अशिश, जीअ तू हो मेरे भैया जिअ लाख बरिश
जगह-जगह चौहट्टे पर एकत्रित होकर बहनों ने भैया दूज पर भाई सहित परिजनों को दी शाप फिर कराई मुक्ति
महुआ, नवनीत कुमार
भाई-बहन के अटूट प्यार का लोक पर्व भैया दूज गुरुवार को महुआ और आसपास के इलाकों में श्रद्धा और प्रेम पूर्वक मनाया गया। इस मौके पर बहनों चौहट्टे पर एकत्रित होकर यह पर्व का अनुष्ठान किया। इस मौके पर उन्होंने यमराज के चानी कुटे और भाई को बजरी खिलाई।
इस पर्व पर महिलाओं में अनोखा प्रचलन दिखा। बहनों ने पहले तो भाई सहित परिवार के सभी सदस्यों को शाप देकर मारा। फिर उस शाप पर शर्मिंदा होते हुए जीभ में रेगनी के कांटे चूभोए और रूई को जोड़ जोड़ कर परिजनों के उम्र को लंबा किया। इस बीच एकत्रित बहनों ने नारियल फोड़े मुसल से यमराज के चानी कुटे। परिजन को हर वला से बचाने के लिए भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने एक दूसरे को नाक से लेकर पूरे मांग को सिंदूर सिंदूर से भरा ताकि अमर सुहाग बना रहे। गीतों के माध्यम से पर्व पर ननंद भौजाई के बीच खूब ताने-बाने भी चले। बहनों ने गीतों के माध्यम से भौजाई द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना पर जमकर प्रहार भी किया। इसी के साथ महापर्व छठ का अनुष्ठान भी शुरू हुआ। कहीं मिट्टी के चूल्हे बनाने में महिलाएं लगी तो कहीं गेहूं धोकर सुखाने और पूजा के प्रसाद की सामग्री जुटाने में वह लग गई। शुक्रवार को व्रतियां महापर्व का नहाए खाए करेंगी।