डायरिया से बचाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया
1 min readडायरिया से बचाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया
रिपोर्ट नसीम रब्बानी, महुआ विशाल
उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुकसूदपुर ताज में डायरिया से बचाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को बताया गया कि अगर किसी व्यक्ति को डायरिया होता है तो उनके शरीर से अधिक से अधिक पानी निकल जाता है शरीर कमजोर हो जाता है प्राथमिक उपचार के तौर पर उन्हें नमक और चीनी का घोल पिलाना चाहिए बरसात के मौसम में दूषित भोजन दूषित पानी प्रदूषित हवा सङा फल खाने से डायरिया का प्रकोप होने होने की संभावना अधिक रहती है इसलिए खाना ताजा खाना चाहिए स्वच्छ पानी पीना चाहिए स्वच्छ हवा के लिए पेड़ पौधा अपने-अपने दरवाजे पर लगाना चाहिए। बच्चों के बीच ओआरएस का घोल वितरित किया गया । चीनी और नमक का घोल बनाकर बच्चों को प्रयोग के तौर पर पिलाया गया । इस कार्यक्रम में एसबीआई हाजीपुर के प्रबंधक महोदय एवं प्रधानाध्यापक श्री अशर्फी दास शिक्षक ज्योति प्रसाद श्री सुनील कुमार श्री विकास नारायण श्री संदीप कुमार मोहम्मद अबरार अहमद तथा विद्यालय के पूर्व भीएसए सदस्य श्रीमती रीना देवी श्री राजेश्वर राम विद्यालय के बच्चे उपस्थित थे । प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों को बताया गया कि अगर डायरिया टोला मोहल्ला मैं होता है तो प्राथमिक उपचार करना चाहिए अगर प्राथमिक उपचार से ठीक नहीं होता है तो तत्क्षण अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए ताकि उनका समुचित इलाज हो सके डायरिया में लापरवाही कभी नहीं करें इस बात को अपने समाज में प्रचार प्रसार करें तब ही हमारा स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज का निर्माण होगा । आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं इसलिए स्वास्थ्य उत्तम होना चाहिए तभी जाकर लगन और निष्ठा पूर्वक स्वतंत्र रूप से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे।