मुंबई में मृत युवक की शव आते ही घर में मचा कोहराम।
1 min readमुंबई में मृत युवक की शव आते ही घर में मचा कोहराम। रिपोर्ट सुधीर मालाकर । महुआ (वैशाली) दो दिन पूर्व प्रखंड क्षेत्र के समसपुरा निवासी रमा पासवान के 20 वर्षीय पुत्र जीत कुमार की मौत मेट्रो लाइन में कार्य करते वक्त क्रेन से गिरने से हो गई थी । मौत की खबर के बाद परिजनों का हाल पहले से तो बुरा था ही लेकिन आज दोपहर बाद ज्यों ही मृत युवक की शव अपने गांव समसपुरा पहुंची परिजनों में कोहराम मच गया । बताते चलें कि समसपुरा पंचायत के हैं कुशहर खास पट्टी के ठेकेदार गणेश उर्फ गनी साहनी विगत 15 दिन पहले ही मजदूरी कराने के लिए मुंबई ले गया था, लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था ।थोड़ी सी असावधानी जीत को सदा के लिए नींद के गोद में सुला दिया । जीत की मौत के बाद पंचायती राज व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा होता है । राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं करती है, मजदूरों को हम मनरेगा के तहत गांव में ही काम देंगे। यदि गांव में काम मिलती तो आज इस गरीब परिवार के साथ ऐसा हादसा न हुआ होता । इस कोरोना काल में लॉकडाउन होने कारण हर परिवार मुश्किलों से गुजर रहा है और गरीब और लाचार के तो कहना ही क्या ? बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता इस मौके पर उपस्थित होकर परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे । घटना के दो दिन गुजर जाने के बाद पंचायत के मुखिया, सरपंच द्वारा मृतक परिजनों की सुधि नहीं ली गई, जो चर्चा का विषय है ।जातीय समीकरण या फिर यूं कहें पंचायती वोट को जोड़ तोड़ कर आज जनता को स्थानीय जनप्रतिनिधियो द्वारा देखा जाता है ,नहीं तो अभी तक निश्चित ही जनप्रतिनिधि आकर परिजनों को ढाढस बंधा गए होते। सांत्वना देने वालों में शेरपुर छतवारा पंचायत के सरपंच गजेंद्र प्रसाद सिंह ,पूर्व सरपंच राकेश कुमार झा ,पंचायत समिति सदस्य पति वरुण कुमार उर्फ पप्पू दास, सहिंद्र साहनी, सुधीर मालाकार ,रामानंद यादव, पूर्व मुखिया श्याम बाबू पासवान, लाल बाबू साह, जय नारायण दास ,कुंदन कुमार ,संतलाल पासवान ,सिविल पासवान ,कृष्ण मोहन पासवान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे ।