December 19, 2023

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द उम्मीद के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित भव्य रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह एवं रक्तवीर सम्मान-2023 से सम्मानित किया गया ।

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रिपोर्ट  :नसीम रब्बानी,बिहार

समस्तीपुर कॉलेज , समस्तीपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के सातवें और अंतिम दिन के प्रथम सत्र में दीप प्रज्ज्वलन, मंगलाचरण, कुलगीत, लक्ष्यगीत एवं स्वागत गीत के साथ किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरीय प्राध्यापक डॉ. सच्चिदानंद तिवारी ने किया । नेतृत्व कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. महेश कुमार चौधरी ने किया। अध्यक्ष ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविर में स्वयंसेवकों का सर्वांगीण विकास करने में सहयोग मिला होगा । इन सात दिनों में जो कुछ भी सीखा है उन्हें जीवन में अपनाएँ । जिससे आपके परिवार , समाज, राष्ट्र एवं विश्व को कल्याण हो सके । दिनांक:- 16-12-2023 को राष्ट्रीय सेवा सेवा योजना एवं द उम्मीद के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित भव्य रक्तदान शिविर में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को स्मृति चिन्ह एवं रक्तवीर सम्मान-2023 से सम्मानित किया गया । साथ ही विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को मेडल एवं प्रशस्ति -पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा शिविर को सफल बनाने में सहयोग करने वाले दलनायक अमरजीत कुमार एवं दलनायिका हेमा कुमारी को कार्यक्रम पदाधिकारी ने स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति – पत्र देकर सम्मानित किया । वहीं शिक्षा कुंज , समस्तीपुर के निदेशक डॉ. अनिरूद्ध प्रताप को विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया गया । सामाजिक उत्थान से जुड़े विभिन्न प्रकार के कार्य करने के लिए द उम्मीद के सेन्टर कॉर्डिनेटर श्वेता गुप्ता , खुशबू एवं नवनीत को पुरस्कार के रूप में कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. महेश कुमार चौधरी , अनिरूद्ध प्रपाप एवं अमरजीत कुमार ने संयुक्त रूप से प्रदान किया । इस अवसर पर डॉ. लक्ष्मण यादव , डॉ. आशीष पाण्डेय , डॉ. मोनालिशा , डॉ. सौम्येन्दु मुखर्जी एवं डॉ. निर्मल सिंह समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे । राष्ट्र-गान के साथ शिविर का समापन किया गया ।

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चमकी से मासूम की मौत पर पीड़ित के घर पहुंची मेडिकल टीम महुआ। रेणु सिंह चमकी बुखार से एक मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई और मेडिकल टीम शुक्रवार को पीड़ित के घर पहुंच कर स्थिति का जायाजा लिया। टीम द्वारा पीड़ित परिजन से बच्चे के बारे में विभिन्न जानकारियां हासिल कर उसे विभाग को भेजा। घटना महुआ नगर परिषद के वार्ड संख्या 06 छतवारा चकशेख निजाम की है। उक्त गांव निवासी योगेन्द्र राम की पोती और मनीष राम की पुत्री डेढ़ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी को बीते 25 अप्रैल को चमकी की लक्षण आई थी। इस बीच घर के लोग उसे इलाज के लिए महुआ के एक निजी बच्चा अस्पताल में ले गए जहां से उसकी स्थिति नाजुक देखते हुए हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बच्ची को परिजन उसी दिन सदर अस्पताल ले गए। जहां से शाम में उसे चमकी के लक्षण को देखते हुए सदर अस्पताल द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पटना रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 12 घंटे इलाज के बाद 26 अप्रैल की भोर में बच्ची ने दम तोड़ दिया। इधर नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा बच्ची की मौत चमकी से होना बताए जाने के एक सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली और मेडिकल टीम में शामिल महुआ पीएचसी के डॉ अमर कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक प्रकाश कुमार, बीसीएम आफताब आलम के साथ महुआ नप के सभापति नवीन चंद्र भारती, वसीम आलम, आशा कर्मी शर्मिला आदि पीड़ित के घर पहुंचकर परिजनों से विभिन्न जानकारियां हासिल की। चमकी से मौत का महुआ क्षेत्र में यह पहला केस माना जा रहा है। मनीष की पहली बच्ची थी लक्ष्मी: मृतिका डेढ वर्षीया लक्ष्मी कुमारी अपने पिता मनीष राम की पहली संतान थी। मनीष राम फेरी में ब्रेड, चाकलेट आदि बेचकर घर परिवार चलाते हैं। वही दादा योगेंद्र राम मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बच्ची को बुखार के साथ चमकी के लक्षण आई थी। जिसे वह हल्के में लिए और इलाज के लिए महुआ के एक बच्चा अस्पताल में ले गए। जहां से उसे स्थिति गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया गया था। यह भी बताया जा रहा है कि बच्ची को विभिन्न टीका के साथ जेई का टीका भी बीते 22 मार्च कोई लगाया गया था। टीम ने माना बच्ची कुपोषित और कमजोर थी: मेडिकल टीम द्वारा बताया गया कि बच्ची कुपोषित और कमजोर थी। जिसे अनुमंडल अस्पताल में चल रहे एनआरसी में रखा गया था। उन्होंने यह भी बताया कि बच्ची की मौत का कारण एनएमसीएच द्वारा चमकी के लक्षण बताए गए हैं। इधर चमकी से बच्ची की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन सजग होते हुए उक्त बस्ती में ओआरएस का वितरण कराकर बीमारी के लक्षण और बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया।

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